आज सिगरेट पीती ‘काली’, कभी श्रीराम-गणपति पर उगला था जहर: लीना पर दिल्ली-UP में FIR, मोदी घृणा भी कूट-कूटकर भरी

हिंदुओं की देवी ‘काली’ का विवादित चित्रण कर अपनी डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली लीना मणिमेकलई के खिलाफ यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इससे पहले दिल्ली में एक वकील ने लीना के विरुद्ध शिकायत देकर एफआईआर की माँग की थी जिसके बाद दिल्ली की आईएफएसओ यूनिट ने भी लीना के खिलाफ मामला दर्ज किया।

दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने आईपीसी की धारा 153ए और 295ए के तहत लीना पर FIR की। वहीं 4 जुलाई को UP पुलिस में दर्ज हुई एफआईआर में लीना मणिमेकलई, प्रोड्यूसर आशा एसोसिएट, एडिटर श्रवण ओनाचन का नाम है। इन पर आरोप है कि इन्होंने जानबूझकर आपराधिक साजिश, धार्मिक भावनाओं को आहत, और शांति भंग करने के लिए ऐसा काम किया। इस फिल्म में हिंदुओं की देवी काली का अपमानजनक रूप में चित्रित किया गया है।

बता दें कि हिंदू देवी ‘काली’ को अपनी फिल्म में सिगरेट पीते हुए दिखाने वाली लीना के पुराने ट्वीट लगातार वायरल हैं। इन ट्वीट से पता चलता है कि वो हिंदूफोबिक मानसिकता से ग्रसित हैं। साथ ही उन्हें भाजपा से और नरेंद्र मोदी से भी खासी नफरत है।

एक ट्वीट में लीना मणिमेकलई ने कहा, “मैं हकीकत में उन देवताओं पर ट्वीट करते-करते थक गई हूँ जो अस्तित्व में हैं भी नहीं और धार्मिक घृणा व कट्टरता की घटिया राजनीति के कारण अस्तित्व में ला दिए जाते हैं।” अपने ट्वीट में लीना गणपति भगवान के लिए व उनकी आराधना करने वालों को गाली दे रही हैं।

एक ट्वीट में साल 2020 में लीना ने कहा था, “राम नहीं है भगवान। वह सिर्फ भाजपा द्वारा बनाई गई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन हैं।” 

इसी तरह साल 2013 में लीना ने कहा था, ” अगर मेरे जीते जी नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तो मैं अपने पासपोर्ट, राशन कार्ड, पैन कार्ड और अपनी नागरिकता सब छोड़ दूँगी। कसम से।”

कनाडा ने लगाई लीना को लताड़

उल्लेखनीय है कि लीना मणिमेकलई की हरकत के बाद कनाडा के भारतीय दूतावास ने भी डायरेक्टर को लताड़ लगाई थी। अपने बयान में दूतावास ने कहा था, “हमें हिन्दू समुदाय के नेताओं की तरफ से एक फिल्म के पोस्टर में हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानजनक तरीके से प्रदर्शित किए जाने की शिकायतें मिली हैं। इस फिल्म को टोरंटो स्थित ‘आगा खान म्यूजियम’ में ‘अंडर द टेंट’ परियोजना के तहत दिखाया जा रहा है। टोरंटो में हमारे काउंसलेट जनरल ने इस कार्यक्रम के आयोजकों के समक्ष इन चिंताओं को रखा है।”

भारतीय दूतावास ने ये भी जानकारी दी कि कई हिन्दू संगठनों ने कनाडा के प्रशासन से भी संपर्क कर के इस फिल्म को दिखाए जाने के खिलाफ कार्रवाई करने की माँग की है। साथ ही भारतीय दूतावास ने भी कनाडा की सरकार एवं प्रशासन से अनुरोध किया कि इस तरह के भड़काऊ कंटेंट्स को कार्यक्रम से तुरंत हटाए जाएँ। दूतावास ने एक प्रेस रिलीज जारी कर के अपनी बात रखी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया