‘ईदगाह में गणेश पूजा देख हम हो गए परेशान, दोबारा कभी ऐसा न हो’: अंजुमन-ए-इस्लाम ने दी कोर्ट जाने की धमकी, बोला- 999 साल तक जमीन हमारी

हुबली का ईदगाह मैदान (फोटो साभार: इंडियन एक्सप्रेस)

इस्लामी समूह अंजुमन-ए-इस्लाम कहना है कि वह कर्नाटक के हुबली जिले के ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी उत्सव की अनुमति देने के लिए हुबली-धारवाड़ नगर निगम के आयुक्त के खिलाफ कर्नाटक उच्च न्यायालय में अवमानना ​​का मामला दर्ज करेगा। संस्था ने यह बात तब कही, जब कर्नाटक हाईकोर्ट ने उत्सव की अनुमति खुद दी थी।

अंजुमन-ए-इस्लाम के उपाध्यक्ष अल्ताफ नवाज ने कहा कि मुस्लिम समूह हुबली-धारवाड़ नगर निगम आयुक्त को अवमानना ​​के लिए अदालत में ले जाएगा। उन्होंने कहा, “हम ईदगाह मैदान में दूसरे समुदाय की धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगाने का निर्देश देने के लिए उच्च न्यायालय का रुख करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने हमारे संगठन को 999 साल की लीज के लिए ईदगाह मैदान दिया है।”

अल्ताफ नवाज ने कहा, “धार्मिक उद्देश्यों के लिए इस जमीन का उपयोग अगर कोई दूसरा समुदाय करता है तो वह अदालत की अवमानना ​​​​होगी। हम अन्य धार्मिक समुदायों के उत्सव के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन ईदगाह मैदान में तीन दिवसीय गणेश उत्सव ने हमें वास्तव में परेशान कर दिया है।”

हुबली के ईदगाह मैदान में हिंदुओं द्वारा गणेश प्रतिमा की स्थापना 31 अगस्त को कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा अनुमति मिलने के बाद की गई थी। उसके बाद ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया गया था।

इसके पहले याचिका में अंजुमन-ए-इस्लाम ने धारवाड़ नगर निगम द्वारा गणेश पूजा के लिए साइट के उपयोग की मंजूरी के खिलाफ तर्क दिया था। हालाँकि, अदालत ने इस तर्क को खारिज कर दिया था। इसमें कहा गया था कि यह नगर निगम की जमीन है और मुस्लिम दूसरे समुदायों को इसके इस्तेमाल से मना नहीं कर सकते, क्योंकि उन्हें साल में दो बार वहाँ पूजा करने की अनुमति थी।

बता दें कि कर्नाटक के हुबली जिले के ईदगाह मैदान में तीन दिवसीय गणेश उत्सव का समापन शुक्रवार को हुआ। समापन के दिन मूर्ति को सदाशिव नगर में तय स्थान पर विसर्जित कर दिया गया। समापन जुलूस का आयोजन रानी चेन्नम्मा मैदान गजानन उत्सव महामंडली द्वारा किया गया था। आयोजकों ने जुलूस से पहले एक महामंगलार्थी (अनुष्ठान) आयोजित किया और गणेश की मूर्ति को अलंकृत करने के लिए उपयोग किए जाने वाले आभूषणों और कपड़ों की नीलामी की। उसके बाद देवता को सदाशिव नगर में बने एक कृत्रिम तालाब में विसर्जित कर दिया गया।

महामंडली प्रमुख और विश्व हिंदू परिषद के नेता संजय भादस्कर ने जुलूस की आगवानी की। इस अवसर पर भाजपा नेता महेश तेंगिंकाई के अलावा विश्व हिंदू परिषद, श्रीराम सेना, आरएसएस, सोमवंशी सहस्रार्जुन क्षत्रिय समा, हिंदू जागरण वेदिक और हिंदुस्तान जनता पार्टी के सदस्य भी उपस्थित रहे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया