मुंबई के मालवाणी में ‘गे सेक्स रैकेट’ का खुलासा: क्लाइंट के साथ चार लोग करना चाहते थे सेक्स; इमरान, इरफान और अहमद गिरफ्तार

इमरान शफीक शेख, इरफान फुरकान खान, अहमद फारूख शेख (तस्वीर साभार: मिड-डे)

मुंबई के मालवाणी में पुलिस ने ‘गे सेक्स रैकेट’ का भंडाफोड़ करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान इरफान, इमरान और अहमद के तौर पर हुई है। ये तीनों ऑनलाइन ऐप ‘ग्राइंडर (Grindr)’ का इस्तेमाल करते हुए इस रैकेट को चला रहे थे। इन लोगों ने जिन्हें क्लाइंट सूची में शामिल किया था, उनमें कई हाई प्रोफाइल लोग शामिल हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने के बाद बताया कि इनके नाम इरफान फुरकान खान (26), अहमद फारूक शेख (24) और इमरान शफीक शेख (24) हैं। दो अन्य आरोपित भी हैं लेकिन अभी वो फरार हैं। इन सब पर आरोप है कि ये सब ऑनलाइन ऐप के जरिए समलैंगिक पुरुषों से संपर्क करते थे और उनसे पैसा लेकर उन्हें सेक्स सुविधा मुहैया कराने का वादा करते थे।

मामले का खुलासा तब हुआ जब इन्होंने एक कंपनी के 23 वर्षीय अकॉउंटेंट को अपना निशाना बनाया। उससे घंटे के हिसाब से हजार रुपए माँगे गए। जब सबकुछ फाइनल हो गया। वह दिए गए पते पर पहुँचा तो उसके साथ चार लोगों ने यौन संबंध बनाने की इच्छा जाहिर की, जब युवक ने इसके लिए मना किया तो उसे जमकर मारा-पीटा गया,  उसका फोन, पर्स छीनकर धमकाते हुए उससे उसका एटीएम पिन तक ले लिया गया। 

आरोपितों ने युवक की आपत्तिजनक वीडियो बनाई और उसे इंटरनेट पर डालने की धमकी दी। साथ ही उसका सब छीनने के बाद भी उससे पैसे माँगे। बहुत मुश्किल से युवक उन लोगों के चंगुल से छूटकर बाहर आया। उसने बहाना बनाया कि वो पैसे लेने जा रहा है। लेकिन वहाँ से निकल कर वह घर पहुँचा और आपबीती बताई।

युवक के साथ उसके परिजनों को देखते ही आरोपित भाग गए। मगर, परिवार ने इस घटना की शिकायत थाने में दी और आरोपितों के ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया। मालवाणी थाने में केस दर्ज होने के बाद पुलिस उपायुक्त विशाल ठाकुर ने इस मामले में जाँच के निर्देश दिए। सोमवार की सुबह तक सीनियर इंस्पेक्टर शेखर भालेराव और हसन मुलानी ने अपनी डिटेक्शन टीम के साथ इन तीनों को पकड़ा। पुलिस अधिकारियों ने कहा, “हमने सभी आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार आरोपितों को सोमवार को बोरीवली मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया और उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया