5 विदेशी मुस्लिम महिलाओं को छिपा रखा था, जमात का है कनेक्शन: जिन-जिन ने दी थी पनाह, सब पर UP पुलिस द्वारा FIR

इमेज साभार: टाइम्स ऑफ इंडिया

कल हिरासत में भेजे गए 10 इंडोनेशियाई नागरिकों के खिलाफ आज गाजियाबाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इनके खिलाफ यह एफआईआर टूरिस्ट वीजा नियमों के उल्लंघन करने के आधार पर दर्ज हुई है। इन्हें क्वारंटाइन में पहले ही भेजा जा चुका है। गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि मारन ने बताया कि एक लोकल गाइड और उन चार लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है, जिन्होंने इन सभी को छुपाए रखने की कोशिश की थी।

https://twitter.com/ANINewsUP/status/1246717360280440833?ref_src=twsrc%5Etfw

गाजियाबाद पुलिस ने इस विषय में और जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में तबलीगी जमात में शामिल हुए 10 इंडोनेशियाई नागरिक, जिनमें 5 औरतें भी शामिल थीं, को आईपीसी के सेक्शन 188, 269 तथा 270 के साथ-साथ महामारी अधिनियम और विदेशी नागरिक अधिनयम 1897 के उपयुक्त सेक्शंस के अंतर्गत भी बुक किया गया है।

याद रहे कि ये सभी लोग 10 लोग जनवरी को इंडोनेशिया से भारत आए थे। हालाँकि, इस दौरान ये लोग निज़ामुद्दीन स्थित जमात के मरकज़ में नहीं गए थे। लेकिन, देश के कई शहरों में इनका मूवमेंट रहा है। फ़िलहाल ये सभी 10 लोग साहिबाबाद इलाक़े में छिप कर रह रहे थे। जिन्हें पुलिस ने कल क्वारंटाइन के लिए भेजा था। आज इनके पनाहगारों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जा चुकी थी जिसकी संभावना पहले से ही थी।

बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज़ से दो हजार से ज्यादा निकाले गए थे। करीब 1500 लोग यहॉं से देश के अलग-अलग प्रदेशों में गए हैं। इनमें से कई की अभी भी तलाश की जा रही है। मरकज देश में कोरोना संक्रमण का केंद्र बनकर उभरा है। पिछले कुछ दिनों में जो मामले सामने आए हैं उनमें से ज्यादातर जमात से जुड़े हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने शनिवार को बताया कि तबलीगी जमात के सदस्य और उनके संपर्क में आए अब तक करीब 22 हजार लोग देश भर में क्वारंटाइन किए जा चुके हैं।

जाँच एजेंसियों ने देश को कोरोना संकट में डालने वाले रुढ़िवादी इस्लामी संगठन तबलीगी जमात के फंडिंग के स्त्रोत की जाँच शुरू कर दी है। जमात से फंडिंग के स्त्रोत और विदेशियों की डिटेल माँगी है। जमात ने पिछले तीन सालों में कितना टैक्स भरा है, उसके बैंक खातों में कहाँ-कहाँ से कितने पैसे आए हैं, इन सब डिटेल्स के साथ पैन नंबर का विवरण भी माँगा है। इसके अलावा मरकज प्रमुख मौलाना साद और 6 अन्य सदस्यों से उन विदेशियों और भारतीय जमातियों की लिस्ट भी माँगी गई है, जिन्होंने 12 मार्च के बाद मरकज में शिरकत की थी।

जमात के सदस्य अपनी करतूतों को लेकर भी चर्चा में है। गाजियाबाद के अस्पताल में नर्सों के सामने नंगा होकर इन्होंने हदें पार कर दी थी। इसके अलावा यूपी के अलग-अलग जिलों से जमातियों द्वारा हॉस्पिटल में बदतमीजी किए जाने की ख़बरें आ रही हैं। बिजनौर में 8 इंडोनेशियाई जमातियों ने अंडा-करी और बिरयानी की माँग की थी। साथ ही उन्होंने सफाई कर्मचारियों के साथ भी अभद्रता की थी। बस्ती और आगरा में भी बिरयानी माँग कर हॉस्पिटल कर्मचारियों को परेशान किया। मुरादाबाद में जमातियों ने दाल-रोटी खाने से इनकार कर दिया। दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल और हैदराबाद के गॉंधी हॉस्पिटल में इनके उपद्रव के बाद पुलिस की तैनाती करनी पड़ी। इनलोगों ने सड़कों पर, अस्पतालों में, डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों पर थूक कर संक्रमण तक फैलाने की कोशिश की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया