ToolKit में पहली गिरफ्तारी: 21 साल की दिशा बेंगलुरु में धराई, दिल्ली पुलिस की साइबर सेल कर रही पूछताछ

हिरासत में ली गई एक्टिविस्ट दिशा रावी

किसान आंदोलन की आड़ में भारत के खिलाफ़ रचे गए षड्यंत्र को साबित करने वाले दस्तावेज़ ‘टूलकिट’ मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। दिल्ली पुलिस की साइबरक्राइम स्पेशल सेल ने शनिवार (13 फरवरी 2021) को युवा ‘स्टूडेंट क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट’ दिशा रवि को बेंगलुरु से हिरासत में लिया।

‘फ्राइडेज़ फॉर फ्यूचर’ (FFF) की संस्थापक छात्रा दिशा रवि पर आरोप है कि उसने तमाम सोशल मीडिया माध्यमों पर ‘टूलकिट’ का प्रसार किया था। फ़िलहाल दिल्ली पुलिस दिशा से इस मुद्दे पर पूछताछ करेगी।  

https://twitter.com/AHindinews/status/1360812851581972485?ref_src=twsrc%5Etfw

रिपोर्ट्स के मुताबिक़ 21 वर्षीय दिशा को सोलादेवानहाली स्थित उसके घर से हिरासत में लिया गया। वह FFF की संस्थापक सदस्यों में से एक है। FFF जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर काम करने वाला वैश्विक अभियान (global climate strike movement) है, जिसकी शुरुआत अगस्त 2018 में हुई थी। स्वीडन की अंतरराष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने बेंगलुरु में इस अभियान के लिए एक स्ट्राइक स्कूल की शुरुआत की थी।

दिशा ने माउंट कार्मेल कॉलेज (mount carmel college) से बीबीए (bachelor of business administration) की पढ़ाई की है। फ़िलहाल वह गुड मिल्क कंपनी (good mylk company) में बतौर कल्नरी एक्सपीरियंस मैनेजर (culinary experience manager) काम कर रही हैं। जब पुलिस ने उसे हिरासत में लिया, उस वक्त वो वर्क फ्रॉम होम कर रही थी। दिशा के पिता मैसूर में एथलेटिक्स कोच हैं और माँ गृहिणी हैं।

दिल्ली पुलिस की साइबरक्राइम स्पेशल सेल ने 4 फरवरी को इस मामले में आईपीसी की धारा 124ए, 120ए और 153ए के तहत एफ़आईआर दर्ज की थी। देशद्रोह, आपराधिक षड्यंत्र और समूहों के बीच नफ़रत फैलाने संबंधी यह एफ़आईआर ‘टूलकिट’ के निर्माताओं के खिलाफ़ दर्ज की गई थी।

‘टूलकिट’ को ग्रेटा थनबर्ग ने भी साझा किया था। 18 वर्षीय ग्रेटा ने इसके बाद अपना मूल ट्वीट डिलीट कर दिया था, जिसमें टूलकिट मौजूद थी। इसके बाद दूसरा ट्वीट किया था, जिसमें दूसरी ‘टूलकिट’ शामिल की गई थी।       

हाल ही में ‘दी स्ट्रिंग’ ने ‘टूलकिट’ का वामपंथी मीडिया और ऑल्ट न्यूज़ जैसे कुछ स्वघोषित फैक्ट चेकर्स से संबंधों को उजागर करने का दावा किया था। ट्विटर पर ‘द स्ट्रिंग’ (The String) ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया था कि यूट्यूब द्वारा उनका वीडियो डिलीट कर दिया गया है।

ग्रेटा थनबर्ग द्वारा किसान आन्दोलनों को लेकर ‘गलती से’ सार्वजानिक की गई एक ‘टूलकिट’ पर जारी विवाद को लेकर ‘दी स्ट्रिंग’ नाम के इस चैनल ने दावा किया था कि वो इस टूलकिट को लेकर खुलासे करेगा, जिनसे स्पष्ट होगा कि किस तरह से मजहबी फैक्ट चेकर वेबसाइट ‘ऑल्ट न्यूज़’ का भी इस टूलकिट से सम्बन्ध है।

इसके पहले दिल्ली पुलिस ने टूलकिट बनाने वालों को लेकर में शुक्रवार (फरवरी 05, 2021) को गूगल और अन्य सोशल मीडिया कंपनियों से ईमेल आईडी, डोमेन यूआरएल और कुछ सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी देने को कहा था।

बताया जा रहा है कि गूगल ने इस टूलकिट को बनाने वालों की जानकारी साझा करने के लिए अपनी सहमती दे दी थी। उल्लेखनीय है कि किसान आन्दोलन को लेकर पॉप सिंगर रिहाना के ट्वीट के बाद जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) ने ‘गलती से’ एक ‘टूलकिट’ ट्विटर पर शेयर कर डाली थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया