हरियाणा: नूंह के जमालगढ़ गाँव में छापेमारी, घरों में बने थे गोदाम, 2572 गायों की खाल बरामद

इस बिल में गो हत्या पर पूरी तरह रोक का प्रावधान है (प्रतीकात्मक तस्वीर)

हरियाणा के नूंह जिले में चल रहे बड़े पैमाने पर तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने एक तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने जमालगढ़ गाँव से लोगों के घरों और गोदामों से 2,572 गोवंश की खाल बरामद की। साथ ही पुलिस ने गाँव से एक टाटा 407 वाहन भी बरामद किया।

गोवंशों को रखने वालों के खिलाफ पुन्हाना पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले में शामिल सभी तस्करों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एसपी के आदेशों का पालन करते हुए, डीएसपी विवेक चौधरी ने 10 जून की सुबह 5 बजे से 7 बजे तक जमालगढ़ गाँव में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान शुरू करने से पहले पुलिस ने गाँव को सील कर दिया था ताकि कोई भी गाँव से भाग न सके। इसके बाद हर घर, हर दरवाजे पर जाकर सर्च अभियान चलाया गया।

तलाशी के दौरान पुलिस को गाँव से बड़ी संख्या में गाय की खाल और एक वाहन मिला। पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली थी कि गाँव के कुछ निवासी दिल्ली और हापुड़ में गाय के मांस और उसकी खाल को बेचने के लिए गोहत्या करते हैं। मुखबिर ने पुलिस को बताया कि यदि उन्होंने गाँव में छापेमारी को तो भारी मात्रा में गोवंश बरामद होंगे।

छापेमारी के दौरान जब पुलिस आसिफ नाम के एक शख्स के घर पहुँची तो पाया कि 9 लोग टाटा 407 वाहन पर गाय की खाल लोड कर रहे थे। पुलिस को देखते ही सभी आरोपित कार को छोड़ कर भाग गए। आरोपितों की पहचान निन्ना उर्फ निज़ाम, सलामू, दीनू, अहमद हुसैन, बाबुदीन, असर, इलियास और मामन के रूप में हुई है। इन सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

पुलिस ने वाहन से तकरीबन 414 गायों की खाल बरामद की। इसके बाद उन्होंने असर के घर में बने एक गोदाम पर छापा मारा जहाँ से 620 गायों की खालें मिलीं। निज़ामू, फ़ारुख, हसीम के घरों में बने गोदामों पर छापे से कुल 1060 गायों की खालें बरामद हुई।

इसके बाद दीनू, अहमद हुसैन, इलियास और मामन के घरों में बने गोदामों पर छापे मारे गए। जहाँ से कुल 478 गायों की खाल मिली। अभियुक्त निन्नह उर्फ निजाम, फारूक, हासिम, दीनू, अल्ली, आसिफ, निजाम, मुस्तकीम, नियाजू कुल 2572 गाय की खाल और एक टाटा 407 के साथ पाए गए।

गौरतलब है कि हरियाणा पशु तस्करों के लिए फलते-फूलते मैदान के रूप में उभरा है। जुलाई 2019 में गो-तस्करों का विरोध करने पर गोपाल नाम के एक युवक की हत्या कर दी गई थी। इसी तरह, हरियाणा और यूपी में पशु तस्करों द्वारा हिंसक हमलों के कई मामले सामने आए हैं। ऐसे भी कई मामले सामने आए हैं, जब पशु तस्करों ने पुलिस पर गोली चलाए। हरियाणा के मेवात को पशु तस्करी और अवैध वध का केंद्र माना जाता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया