कोरोना की तीसरी लहर से पहले अच्छी खबर सामने आई है। मोदी सरकार ने अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वैक्सीन के इमजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा की है। मनसुख मंडाविया ने शनिवार (7 अगस्त) को ट्वीट किया, ”भारत ने अपनी वैक्सीन बास्केट का विस्तार कर लिया है। जॉनसन एंड जॉनसन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। अब तक भारत में 5 वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है।” उन्होंने कहा कि इससे कोरोना के खिलाफ हमारे देश की जंग को बढ़ावा मिलेगा।
https://twitter.com/mansukhmandviya/status/1423915409791610886?ref_src=twsrc%5Etfwवहीं मंजूरी मिलने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन इंडिया के प्रवक्ता ने भी खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि 7 अगस्त 2021 को, भारत सरकार ने जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। इससे अब 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण को तेजी से रोका जा सकेगा।
https://twitter.com/ANI/status/1423926269662556160?ref_src=twsrc%5Etfwमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॉनसन एंड जॉनसन की एक डोज में ही काम हो सकेगा और वैक्सीन को फ्रीज करने की भी जरूरत नहीं होगी। दरअसल, अमेरिका की कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ऐसे फॉर्मूले का इस्तेमाल कर रही है, जिसका दूसरी बीमारियों से लड़ने में बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है। जॉनसन एंड जॉनसन जिस वैक्सीन का निर्माण कर रही है, उसे अस्पताल भेजे जाने तक फ्रीजर में रखने की भी जरूरत नहीं होगी।
बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन के अलावा देश में पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड, हैदराबाद के भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, रूस की स्पूतनिक-V और ब्रिटेन की मॉडर्ना की वैक्सीन भी शामिल है। हालाँकि, जॉनसन एंड जॉनसन में खास बात यह है कि यह वैक्सीन सिंगल डोज वैक्सीन है। यानी कोरोना के खिलाफ इसकी एक ही डोज काफी होगी। वहीं, इससे पहले भारत में अब तक जितनी भी वैक्सीन इस्तेमाल में लाई जा रही हैं, वे सभी डबल डोज हैं।