ऑनलाइन गेम हारने वाले हिन्दू बच्चों को पढ़वाते थे कुरान की आयतें, सुनाते थे ज़ाकिर नाइक की तकरीरें: यूपी में मौलवी गिरफ्तार, 3 स्टेप में ऐसे होता था इस्लामी धर्मांतरण

गाजियाबाद पुलिस द्वारा दबोचा गया मौलवी अब्दुल रहमान

गाजियाबाद में जैन समाज के एक बच्चे के इस्लामी धर्मांतरण के बाद हुई यूपी पुलिस की जाँच में बड़ा खुलासा हुआ है। इस संबंध में रविवार (4 जून, 2023) को कार्रवाई भी की गई है। इस मामले में मस्जिद कमिटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया है। अब्दुल रहमान एक गिरोह से जुड़ा हुआ था। वो ऑनलाइन गेम जिताने के लिए कुरान की आयतें पढ़वाता था। फिर ब्रेनवॉश कर के हिन्दू बच्चों का इस्लामी धर्मांतरण कराया जाता था।

अब्दुल रहमान के मोबाइल फोन से भी पुलिस को कई सबूत मिले हैं। मामला तब सामने आया था, जब 30 मई को राजनगर निवासी एक व्यक्ति ने धर्मांतरण मामले में FIR दर्ज कराई थी। कविनगर पुलिस थाने में दर्ज कराई गई FIR में संजयनगर स्थित सेक्टर-23 की मस्जिद के एक मौलसि अब्दुल रहमान और मुंबई निवासी बद्दो का जिक्र था। बद्दो की पहचान खान शाहनवाज मक़सूद के रूप में हुई है। ये दोनों हिन्दू बच्चों का ब्रेनवॉश कर उन्हें मुस्लिम बनाते थे। एक साल पहले दो नाबालिग लड़कों को फुसलाने के बाद इन्होंने ये काम शुरू किया था।

इन नाबालिग लड़कों में एक जैन और एक हिन्दू समाज से था। इन बच्चों ने इस्लामी गिरोह के प्रभाव में आकर नमाज पढ़नी भी शुरू कर दी थी। जैन परिवार को जब इसका पता चल गया था, तब मौलवी ने डर से अपने फोन की चैट हिस्ट्री डिलीट कर दी थी। DCP निपुण अग्रवाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित बच्चों से सारी जानकारी ली गई है। पता चला है कि मोबाइल-लैपटॉप पर ‘Fort Nite’ नामक एप के जरिए गेम खेला जाता था।

इसके लिए अन्य धर्मों के नाम से आईडी बनाए जाते थे। जो लड़के गेम हार जाते थे, उन्हें कुरान की आयतें पढ़वा कर जीत का भरोसा दिलाया जाता था। फिर ‘Discord App’ के जरिए मुस्लिम लड़कों को इन हिन्दू लड़कों से बातचीत कर उन्हें इस्लामी रीति-रिवाज अपनाने के लिए ब्रेनवॉश किया जाता था। फिर तीसरे स्टेप में ज़ाकिर नाइक के वीडियोज दिखाए जाते थे। मुख्य आरोपित की तलाश के लिए यूपी पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र रवाना हुई है।

याद दिला दें कि जैन समाज के उक्त व्यक्ति ने जब अपने बेटे के मोबाइल और लैपटॉप की जाँच की तो उसमें इस्लाम से जुड़ी कई सामग्रियाँ मिली थीं। इसमें से कुछ गैर-कानूनी भी हैं। इसी दौरान उन्हें पता चला कि ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए उनके बेटे की दोस्ती मुंबई निवासी बद्दो नामक व्यक्ति से हुई थी। बद्दो से उनके बेटे ने कम्प्यूटर पार्ट्स भी खरीदे थे। इसके बाद से उन दोनों की दोस्ती बढ़ गई। पीड़ित व्यक्ति ने कहा था कि उनका बेटा कई घंटों तक बद्दो से बात करता था। वो रोज जिम की जगह नमाज पढ़ने जाता था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया