अफजाल ने चाकू घोंपा, तड़पने लगे तो समीर ने लात मारी… चाय बेच परिवार चलाते थे 2 बहनों के इकलौते भाई करण झा, खौफ में परिवार का दिल्ली से बिहार पलायन

दिल्ली में बिहार के निवासी करण झा (दाएँ) की अफजाल और समीर द्वारा चाकुओं से गोद कर हत्या

दिल्ली के भजनपुरा इलाके में एक हिन्दू युवक की चाकुओं से गोद कर निर्ममता से हत्या कर दी गई है। मृतक का नाम करण झा है जिनकी उम्र 19 साल थी। करण के साथ माधव नाम का एक अन्य युवक घायल हो गया है। हमले का आरोप अफजाल उर्फ़ अज्जू और उसके एक साथी समीर पर लगा है। घटना मंगलवार (23 अप्रैल, 2024) की है। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक मूलतः बिहार का रहने वाला था। हत्या के बाद करण के पिता को छोड़ कर उनका परिवार दिल्ली से पलायन कर के गाँव चला गया है।

यह मामला दिल्ली के भजनपुरा इलाके का है। यहाँ घटना के चश्मदीद और कातिलों के हमले में भुक्तभोगी 29 वर्षीय माधव गोयल ने पुलिस में FIR दर्ज करवाई है। माधव गोयल और करण में स्कूल के समय से दोस्ती थी। पहले करण झा माधव के साथ ड्राई फ्रूट की मंडी में काम करता था लेकिन 10 दिन पहले उसने भजनपुरा में ‘आर्टिस्ट कॉफी हाउस’ नाम से चाय, कॉफी और फास्टफूड की दुकान खोल ली थी। 23 अप्रैल (मंगलवार) की दुपहरी में माधव अपने दोस्त करण से मिलने उनकी दुकान पर गए थे। अपराह्न 3:30 पर करण अपने साथी माधव के साथ स्कूटी से घर की तरफ निकला।

घटना के समय स्कूटी करण चला रहा था। जैसे ही दोनों दोस्त दुकान से निकल कर मुख्य सड़क तक आए वैसे ही उनके दाईं तरफ से अफसर अली का बेटा अफजाल अचानक दौड़ता हुआ है। अफ़ज़ाल भजनपुरा के ही पास सुभाष नगर का निवासी है। उसके पास एक धारदार चाकू था। कोई कुछ समझ पाता इस से पहले ही अफ़ज़ाल ने करण झा के सीने में घोंप दिया। सीने पर घाव होते ही करण अपने साथी माधव सहित स्कूटी से नीचे गिर पड़ा। इसी दौरान 20-25 साल का एक अन्य लड़का वहाँ आया। उसने माधव को पीछे से दबोच लिया।

बताया जा रहा है कि यह दूसरा हमलावर समीर था। समीर ने भी घायल करण को 3-4 लातें मारीं। बाद में दोनों हमलावरों ने माधव को भी पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान आसपास के लोग जमा होने शुरू हो गए। लोगों को जुटता देख कर दोनों हमलावर मौके से भाग निकले। घायल करण को ई-रिक्शा पर लाद कर अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। चोटिल हुए माधव का भी इलाज करवाया गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई तो वो मौके पर पहुँच कर कार्रवाई में जुट गई।

मिली थी अंजाम भुगतने की धमकी

पुलिस को दी गई शिकायत में माधव ने बताया है कि कुछ समय पहले करण का अफजाल उर्फ़ अज्जू से झगड़ा हुआ था। यह विवाद शैतान चौक पर हुआ था जिसके बाद अफजाल ने करण को अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी। माधव ने करण की हत्या के पीछे इसी झगड़े को वजह बताया है। करण के मकान मालिक भुवनेश सिंहल ने भी भी ऑपइंडिया को बताया कि करण और अफजाल में पहले भी झगड़ा हुआ था जो अब उसकी हत्या की वजह बन गया। मृतक का मोबाइल हमले में टूट गया था जिसे माधव ने पुलिस के पास जमा कर दिया है।

ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। अपनी FIR में माधव ने करण के कातिलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने अफ़ज़ाल और समीर के खिलाफ IPC की धारा 302, 323 और 34 के तहत कार्रवाई की है। दोनों को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया है। FIR में बताया गया है कि मृतक पर धारदार हथियार से वार किए गए जो मौत की वजह बना। पुलिस ने अपनी प्ररम्भित जाँच में बताया है कि घटनास्थल का मुआयना करने पर काफी खून बिखरा पाया गया। इस खून से सनी सफेद रंग की एक चप्पल भी मौके पर पड़ी थी। ऑपइंडिया के पास इस घटना का CCTV फुटेज मौजूद है।

दिल्ली छोड़ कर बिहार लौटा परिवार

ऑपइंडिया ने मृतक करण के मकान मालिक भुवनेश से बात की। भुवनेश ने हमें बताया कि करण 2 छोटी बहनों का एकलौता भाई था। वह परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। उनका परिवार मूलतः बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला है। करण की हत्या के बाद उनके पिता को छोड़ कर बाकी परिवार सीतामढ़ी चला गया है। भुवनेश ने बताया कि मृतक के परिजन काफी डरे हुए हैं और वो पलायन कर चुके हैं। मृतक के पिता महज कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए रुके हुए हैं।

करण का अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया जा चुका है। करण के मकान मालिक भुवनेश का यह भी दावा है कि इस से पहले भी करण को मारने की तमाम कोशिशें की जा चुकी थीं। हमलावर कई दिनों से उसकी घात में थे। ऑपइंडिया ने इस मामले में पुलिस का पक्ष जानने के लिए DCP नार्थ ईस्ट को कॉल किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। पुलिस का वर्जन आने के बाद उसे खबर में अपडेट किया जाएगा।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।