‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे, भगोड़े अमृतपाल का समर्थन: बरसी पर बोली सिद्धू मूसेवाला की माँ- हम आजाद नहीं, गुलाम हैं

पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की बरसी पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे (चित्र साभार- @_Khalsa_00)

पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की 1 साल पहले हुई हत्या के बाद मनाई गई पहली बरसी में खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की खबर है। यह नारेबाजी मौके पर जमा हुई भीड़ द्वारा की गई। मूसेवाला की माँ ने भी स्टेज से देश की गुलामी या आज़ादी जैसे सवाल किए। इस घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस आयोजन में पंजाब पुलिस के भगोड़े अमृतपाल की भी तरफदारी की गई। रविवार (19 मार्च 2023) को यह बरसी मानसा स्थित किसान मंडी में आयोजित हुई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मूसेवाला की बरसी में लगभग 10 हजार लोगों की भीड़ थी। हालाँकि कार्यक्रम से पहले सिद्दू के पापा बलकौर सिंह ने 1 लाख लोगों की भीड़ जुटने का दावा किया था। अमृतपाल सिंह के खिलाफ हो रही कार्रवाई के चलते पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। मंच पर धार्मिक शबद कीर्तन चल रहा था जहाँ मूसेवाला की तस्वीर लगी हुई थी। थोड़ी देर बाद सिद्धू मूसेवाला की माँ चरण कौर स्टेज पर आईं। उन्हें देखते ही भीड़ खालिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने लगी।

मूसेवाला की माँ ने इस नारेबाजी का विरोध नहीं किया बल्कि उन्होंने उल्टे भीड़ से ही देश की आज़ादी और गुलामी जैसा सवाल कर डाला। उन्होंने पंजाबी भाषा में पूछा कि देश आज़ाद है या गुलाम। इसके जवाब में खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करती भीड़ ने जवाब दिया कि देश गुलाम है। इसके बाद चरण कौर ने आगे कहा कि ये गलतफहमी है कि हम आज़ाद हो गए हैं। उन्होंने कहा, “हम तो अब भी गुलाम हैं।” मूसेवाला की माँ ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को सरकार का आदमी बताते हुए उसके जेल से वायरल इंटरवियु का जिक्र किया।

चरण कौर का बयान सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है। अपने बयान में उन्होंने पंजाब पुलिस द्वारा भगोड़ा घोषित किए गए अमृतपाल सिंह का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वो अमृताल को नहीं जानती हैं लेकिन उसे बेवजह गलत साबित करने की कोशिश की जा रही है। चरण कौर ने आगे कहा कि सिद्धू मूसेवाला के बाद सलमान खान को भी मारने का चैलेंज खुद को राष्ट्रवादी बता कर देने वाले लॉरेंस पर अभी तक सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया। इसके भाग भीड़ ने पंजाब सरकार के भी विरोध में नारेबाजी की।

गौरतलब है कि 29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला की पंजाब में हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उनकी थार जीप को घेरकर एके-47 से गोलियाँ बरसाई थीं। इस हत्याकाँड के मुख्य आरोपित के तौर पर लॉरेन्स बिश्नोई का नाम सामने आया था जो इस समय पंजाब की बठिंडा जेल में बंद है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया