गेंदबाजी करते-करते बेचैनी, सीने में दर्द, पेड़ के नीचे बैठा, हो गई मौत… क्रिकेट खेलते-खेलते हार्ट अटैक का एक और मामला

क्रिकेट खेलते समय युवक की मौत (प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो साभार : टेलीग्राफ)

मध्य प्रदेश के खरगोन से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ 22 साल के एक लड़के की क्रिकेट खेलते समय मौत हो गई। खेल के दौरान ही उसके सीने में तेज दर्द उठा था, जिसके बाद वो मैदान से बाहर चला गया और एक पेड़ के नीचे बैठ गया। मैच खत्म होने के बाद भी ये दर्द जारी रहा तो उसके साथी खिलाड़ी उसे एक अस्पताल लेकर पहुँचे। उस अस्पताल ने युवक को बड़े अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, तभी रास्ते में युवक ने दम तोड़ दिया।

चलते-फिरते नौजवानों में मौत के ऐसे कई मामले आ चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के मेरठ में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जहाँ ओपनिंग बैटिंग करने मैदान में उतरे खिलाड़ी की कुछ गेंदों का सामना करने के बाद मौत हो गई थी। वो मैदान पर ही बेसुध होकर गिर पड़ा था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मामला खरगोन जिले के बलवाड़ा थाना इलाके में आने वाले काटकूट गाँव का है। यहाँ शनिवार (20 दिसंबर, 2023) की शाम को लड़के क्रिकेट खेल रहे थे। उसी मैच में गेदबाजी कर रहे महज 22 साल के इंदल सिंह जाधव बंजारा नाम के युवक को बेचैनी महसूस हुई। फिर सीने में दर्द होने लगा। वो मैदान के बाहर पेड़ के नीचे बैठ गया। मैच के बाद उसने अपने साथी खिलाड़ियों से उसे नजदीकी अस्पताल ले चलने के लिए कहा, जहाँ के डॉक्टरों ने उसे बड़वाह सिविल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

बड़वाह अस्पताल ले जाने के क्रम में ही इंदल सिंह की मौत हो गई। बड़वाह सिविल अस्पताल के डॉक्टर विकास तलवारे ने बताया कि इंदल की मौत यहाँ पहुँचने से पहले ही हो गई थी। सूचना पाकर मौके पर पहुँचे अधिकारियों ने शव का पोस्टमार्टम कराया और शव को परिजनों को सौंप दिया।

मेरठ में भी आया था ऐसा ही मामला

गौरतलब है कि मेरठ के गाँधी मैदान में 24 दिसंबर, 2023 को 36 साल के दुष्यंत की मौत हो गई थी। वो बैटिंग कर रहा था और कुछ ही ओवरों बाद वो क्रीज पर ही गिर गया था। दुष्यंत ने मैदान ही दम तोड़ दिया था। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें जिम में, डांस करते हुए या खाना खाते समय हार्ट अटैक जैसी वजहों से लोगों की जानें गई हैं। यहाँ तो छोटी उम्र के युवकों की खेलते-कूदते समय हार्ट अटैक की घटनाओं से जान जा रही है, जो तमाम चर्चाओं को जन्म दे रहा है।

ऑपइंडिया ने मार्च माह में इस गंभीर विषय पर एक स्टोरी की थी, जिसमें हँसते-खेलते लोगों की जान जाने के कुछ मामलों को रिपोर्ट किया गया है। वो रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया