‘मस्जिद के सदर ने उकसाया’: देवास में सफाईकर्मियों पर कुल्हाड़ी से हमला, आदिल, हबीब और गोप खान गिरफ्तार

देवास में सफाईकर्मियों पर कुल्हाड़ी से हमला (साभार: दैनिक भास्कर)

मध्य प्रदेश के देवास जिले के खातेगाँव में सफाईकर्मियों पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला किया गया है। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपित फरार है। खातेगाँव पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक सज्जन सिंह मुकाती ने बताया कि आशीष राजौर की शिकायत पर पुलिस ने आदिल खान, आदिल के पिता हबीब खान और गोप खान को भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। आदिल का भाई आरिफ खान फिलहाल फरार है।

हमले में तीन सफाईकर्मी घायल हुए। एक सफाईकर्मी को गंभीर अवस्था में देवास रेफर किया। मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस पूछताछ में आदिल ने चाैंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया, “जामा मस्जिद के सदर गाेप खान ने हमले के लिए उकसाया था और कहा था कि जब से लाॅकडाउन चालू हुआ है, तब से ये लाेग हम नमाजियाें काे परेशान कर रहे हैं। तुम लाेग उन्हें माराे। इसी बहकावे में आकर हमने इस घटना को अंजाम दिया।”

आशीष ने पुलिस को बताया कि वह, दीपक कलोसिया और चंकी कोयला मोहल्ला में नाली की सफाई कर रहे थे। इसी दौरान आदिल ने यह कहते हुए उन पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया कि नाली साफ करने से बहुत बदबू आती है। तीनों सफाईकर्मी वहाँ से भागे तो आदिल ने उनका पीछा किया और दीपक एवं चंकी पर भी कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। शोर सुनकर अन्य लोगों के आ जाने के बाद आदिल वहाँ से भाग गया। 

उन्होंने बताया कि आदिल के साथ उसका भाई आरिफ और पिता हबीब भी सफाईकर्मियों को मारने दौड़े थे। पुलिस ने आदिल और उसके पिता हबीब खान को कन्नौद के पास जंगल से गिरफ्तार कर लिया। गोप खान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि आदिल की तलाश की जा रही है। जानलेवा हमले के बाद सफाई कर्मचारियों के संगठन ने उस मोहल्ले में जाने से इनकार कर दिया है। हमले से अक्रोशित सफाईकर्मियों ने वीडियो जारी कर कहा कि वे वर्ग विशेष के बाहुल्य वाले इलाके में सफाई करने नहीं जाएँगे।

उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के खिलाफ अग्रिम मोर्च में जाकर लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों और सफाईकर्मियों पर हो रहे हमले हैरान करने वाले हैं। केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से बार-बार अपील की जा रही है कि ऐसे लोगों को और समर्थन की जरूरत है। लेकिन फिर भी कुछ लोगों बेहद लापरवाह और अपील को अनसुना करते नजर आ रहे हैं।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के इंदौर से ऐसी दो घटनाएँ सामने आई थी। इनमें से एक में गश्ती कर रहे जवानों पर पत्थरबाजी की गई तो दूसरी घटना में बाइक सवार युवकों ने रोके जाने पर पुलिसकर्मियों पर थूक दिया। इसके अलावा कोरोना वायरस संदिग्ध की जाँच करने गई मेडिकल टीम पर मुस्लिम भीड़ ने पथराव करने के साथ ही पुलिस पर भी हमला किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया