पेशाब कांड पीड़ित के CM शिवराज ने पखारे चरण, प्रवेश शुक्ला को धकियाते हुए ले गई MP पुलिस: रिपोर्ट में बताया- वीडियो पुराना, पैसों के लिए किया वायरल

सीधी पेशाब कांड पीड़ित के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पखारे चरण (फोटो साभार: @ChouhanShivraj)

मध्य प्रदेश के सीधी में अनुसूचित जनजाति (ST) व्यक्ति के ऊपर पेशाब करने के आरोपित प्रवेश शुक्ला (Pravesh Shukla) से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इसमें पुलिस उसे धकियाते और पीटते हुए दिख रही है। एक दावा भी। इस दावे के अनुसार पेशाब का जो वीडियो वायरल (Pravesh Shukla Video) है, वह काफी पुराना है। ​पुलिस के अनुसार एक साल तो आरोपित के परिजन के अनुसार तीन साल। यह भी कि यह वीडियो प्रवेश शुक्ला से पैसे की उगाही करने के मकसद से अब वायरल किया गया है।

कुछ तस्वीरें भी सामने आई है जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पेशाब कांड के पीड़ित जनजातीय व्यक्ति का चरण पखारते दिख रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, “मन दु:खी है। दशमत जी आपकी पीड़ा बाँटने का यह प्रयास है, आपसे माफी भी माँगता हूँ, मेरे लिए जनता ही भगवान है।”

दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पुलिस के अनुसार यह वीडियो एक साल पुराना है। प्रवेश शुक्ला के चाचा विद्याकांत शुक्ला का दावा है कि वीडियो तीन साल पुराना है। इसके जरिए उनके भतीजे को ब्लैकमेल किया जा रहा था। इससे वह मानसिक तौर पर परेशान था। कुबरी गाँव के आदर्श शुक्ला और दीनदयाल साहू पर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पैसा माँगने का आरोप लगाया है। भास्कर ने सीधी की एएसपी अंजूलता पटेल के हवाले से बताया कि वीडियो पुराना है। सोशल मीडिया में इसे वायरल करने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पेशाब वाला वीडियो 24 जून 2023 को भी सीधी जिले के कुछ सोशल मीडिया ग्रुप में डाला गया था। बाद में डिलीट कर दिया गया। इस बीच अचानक 29 जून को प्रवेश शुक्ला घर से गायब हो गया। जब परिजनों ने उसका लापता होने की शिकायत पुलिस से की तो 3 जुलाई को फिर से इस वीडियो को वायरल किया गया।

वैसे वीडियो नया हो या पुराना, यह घिनौना कृत्य है। दोषी को उसकी सजा होनी ही चाहिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर आरोपित को गिरफ्तार कर एनएसए लगाया गया है। उसके घर पर बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण ध्वस्त भी किए गए हैं। लेकिन भास्कर की रिपोर्ट से कुछ सवाल खड़े होते हैं। वीडियो कब का है? यदि वीडियो पुराना है तो उसे वायरल करने के पीछे कौन हैं? वायरल करने वाले लोगों की मंशा क्या है? आरोपित के पक्ष में पीड़ित ने एफि​डेविट क्यों दी है? इन सवालों के जवाब इसलिए भी जरूरी हैं क्योंकि यह मामला राजनीतिक रूप ले चुका है। प्रवेश शुक्ला को कॉन्ग्रेस बीजेपी से जुड़ा बता रही है। बुलडोजर कार्रवाई के बाद अब उसके पूरे घर को गिराने की माँग कर रही है। वहीं बीजेपी प्रवेश शुक्ला से किसी जुड़ाव से इनकार कर रही है।

इस बीच प्रवेश शुक्ला का एक वीडियो सामने आया है। इसमें पुलिसकर्मी उसका कॉलर पकड़े दिख रहे हैं। उसे धकियाते हुए ले जाया जा रहा है। बीच-बीच में उसकी पिटाई भी हो रही है। एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार यह वीडियो 5 जुलाई 2023 का है, जब प्रवेश शुक्ला को पुलिस थाने से पेशी पर कोर्ट ले जा रही थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया