शराब का काढ़ा (30+30 ml), कोरोना का 50 मरीज ठीक: डॉक्टर ने किया दावा, महाराष्ट्र सरकार ने भेजा नोटिस

कोरोना के लिए शराब का काढ़ा (प्रतीकात्मक चित्र)

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर लगातार जारी है। इस बीच अहमदनगर जिले की शेवगाँव तहसील के बोधेगाँव स्थित कोविड सेंटर में तैनात डॉक्टर भिसे ने शराब के काढ़े से कोरोना संक्रमितों का सफल इलाज करने का दावा किया है।

उन्होंने दावा किया है कि शराब के जरिए अब तक 40 से 50 कोविड संक्रमितों का सफल इलाज कर चुके हैं। इसमें से 10 मरीजों की स्थिति तो बहुत ही अधिक गंभीर थी। डॉक्टर भिसे का दावा है कि अब तक एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है।

एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर भिसे का कहना है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद सबसे पहले अपने नजदीकी डॉक्टर को दिखाएँ। इसके बाद हालात को देखते हुए टास्क फोर्स द्वारा सुझाई गई दवाओं का सेवन करें और जब मुँह का स्वाद और भूख दोनों चले जाएँ तो शराब के काढ़े का इस्तेमाल करें।

डॉक्टर भिसे कहते हैं कि शराब देशी या विदेशी कोई भी हो चलेगी। लेकिन इसकी मात्रा सीमित होनी चाहिए। 30 मिलीलीटर शराब में 30 मिलीलीटर पानी की मात्रा मिला कर मरीजों को सेवन कराना चाहिए।

डॉक्टर के दावे का कारण

डॉ भिसे ने दावा किया है कि कोरोना वायरस की ऊपरी परत लिपिड की बनी होती है, जिसे शराब से नष्ट किया जा सकता है। यही कारण है कि सैनिटाइजर से हाथ साफ करने को कहा जाता है। उनका कहना है कि मरीजों को शराब पिलाने के बाद वह खून की नली के रास्ते 30 सेकेंड में पूरे शरीर में फैल जाती है और फेफड़ों के अंदर हवा के संपर्क में आकर शरीर से बाहर निकल जाती है। इस प्रक्रिया के दौरान कोविड वायरस पूरी तरह से इनएक्टिव हो जाता है। इसके अलावा शराब मरीजों के मानसिक तनाव को भी कम करने में सहायक होती है।

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि डॉ भिसे की यह पोस्ट कई व्हाट्सएप ग्रुप में तेजी से वायरल होने के बाद उनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने इसके बारे में जानकारी दी। भिसे ने कहा कि वो ये दावा अपने अनुभव के आधार पर कर रहे हैं और इसे सिद्ध भी कर सकते हैं।

हालाँकि, जब यह खबर अहमदनगर जिला प्रशासन तक पहुँची तो उन्होंने डॉ भिसे को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया, जिसके बाद भिसे ने अपने ही दावे को खारिज कर दिया। अब उन्होंने अपना फोन भी बंद कर दिया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया