अभिनेत्री का अपहरण और यौन शोषण मामला: मीडिया को रिपोर्टिंग से रोकने के लिए केरल HC पहुँचे मलयालम एक्टर दिलीप, पुलिस को ‘मैडम’ की तलाश

अभिनेत्री के अपहरण और यौन शोषण के मामले में फँसे हैं दिलीप (फाइल फोटो)

अभिनेत्री के अपहरण और यौन शोषण के मामले में फँसे मलयालम अभिनेता दिलीप ने मीडिया को इस केस की रिपोर्टिंग से रोकने के लिए केरल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने कहा कि मीडिया इन-कैमरा सुनवाई को न कवर करने के नियमों का पालन नहीं कर रहा है। साथ ही बंद कमरे में सुनवाई की माँग भी की गई। विपक्षी वकील ने भी इसका समर्थन करते हुए कहा कि इससे पीड़िता की प्राइवेसी भी संरक्षित होगी। दिलीप ने बतौर मिमिक्री आर्टिस्ट अपना करियर शुरू किया था और मलयालम सुपरस्टार से नेता बने सुरेश गोपी की नकल उतार सुर्ख़ियों में आए थे।

इस मामले में 5 नए गवाहों को समन भेजा गया है, जिसके बाद दिलीप ने इस मामले में उच्च-न्यायालय का रुख किया। इस मामले में नए स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर की नियुक्ति के अलावा 10 दिनों के भीतर गवाहों की पेशी और दस्तावेजों को पेश करने का आदेश दिया था। इस मामले में 2 पब्लिक प्रॉसिक्यूटर अपना पद छोड़ चुके हैं। दिलीप फ़िलहाल जमानत पर बाहर हैं। मंगलवार (18 जनवरी, 2022) को उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है

पुलिस इस मामले में एक ‘मैडम’ की तलाश कर रही है। निर्देशक बालाचंदर कुमार ने खुलासा किया कि उन्होंने आरोपित अभिनेता को अपने दोस्त से कहते हुए सुना, “मुझे एक महिला के लिए बलि का बकरा बनाया गया। उसे बचाने के कारण मैं परेशानी में पड़ गया।” उन्होंने अपने दोस्त बैजू से ये बात कही थी, ऐसा निर्देशक का दावा है। मुख्य आरोपित ‘पल्सर सन्नी’ ने भी इस मामले में फिल्म इंडस्ट्री की एक ‘मैडम’ का नाम लिया था। हालाँकि, उसने ये भी कहा कि ‘मैडम’ का इस केस से कुछ ज्यादा लेना-देना नहीं है।

केरल पुलिस ने इस तथ्य की खोजबीन में ज्यादा मेहनत भी नहीं की। अब नए बयान के सामने आने के बाद फिर से इस एंगल को तलाशा जा रहा है। 13 सदस्यीय जाँच टीम अब एक ‘VIP’ की तलाश में है, जिसने हमले के वीडियोज अभिनेता को मुहैया कराए थे। जाँच अधिकारियों पर हमला करने की साजिश का वो भी आरोपित है। बता दें कि दिलीप ने 2017 से अब तक 10 फिल्मों में अभिनय किया है। उनकी लोकप्रियता केरल में अभी भी कायम है।

इनमें से अधिकतर फ़िल्में परिवारिक मसाला फ़िल्में हैं। ‘रामलीला’ की रिलीज के दौरान तो वो जेल में थे, लेकिन फिल्म ने 55 करोड़ रुपए कमा लिए। बताया जा रहा है कि वो अपनी हीरो वाली छवि से अलग एक परिवारिक छवि तैयार कर रहे हैं। केरल के माध्यम वर्गीय परिवारों को उन्होंने अपना दर्शक वर्ग चुना है। कहा जा रहा है कि इसके लिए फिल्म इंडस्ट्री में पूरा इकोसिस्टम काम कर रहा था। हालाँकि, अब उन्हें इंडस्ट्री और लोगों से वो समर्थन नहीं मिल रहा है और उनके नए प्रोजेक्ट्स लटक गए हैं।

फिल्मों में आने से पहले दिलीप स्टेज शोज किया करते थे। कई नेताओं-अभिनेताओं की उन्होंने मिमिक्री की। 1994 में उन्होंने कॉमेडी फिल्म ‘Manathe Kottaram’ में उन्होंने ‘दिलीप’ का किरदार निभाया, जिसके हिट होने के बाद यही उनका स्क्रीन नाम बन गया। असल में उनका नाम गोपालकृष्णन है। उन्होंने अपनी सह-अभिनेत्री मंजू वॉरीयर से शादी की। मलयालम सुपरस्टार ममूटी और मोहनलाल के बाद दिलीप तेज़ी से उभरे। उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी शुरू की।

जब मलयालम फिल्म इंडस्ट्री पैसे की कमी से जूझ रही थी, तब उन्होंने Film Employees Federation of Kerala (FEFKA)’ का गठन किया और ‘ट्वेंटी 20’ नामक फिल्म बनाया, जिसमें उनके अलावा मोहनलाल, पृथ्वीराज सुकुमारन और सुरेश गोपी जैसे बड़े अभिनेता थे। इससे इंडस्ट्री में उनकी छवि सकारात्मक बनी। वो दो दशक से अधिक से फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा हैं। उससे पहले लगभग एक दशक मिमिक्री आर्टिस्ट रहे। 2002 की फिल्म ‘मीसा माधवन’ के हिट होने के बाद उन्होंने मंजू वॉरियर को तलाक देकर इस फिल्म की सह अभिनेत्री काव्या से शादी की।

दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम करने वाली भावना ने आरोप लगाया था कि 17 फरवरी, 2017 की रात 4 लोगों ने गाड़ी में उनका अपहरण किया और उनका यौन शोषण किया। इसके बाद वो वहाँ से भाग निकले। कुछ लोगों ने अभिनेत्री को ब्लैकमेल करने के लिए इस घटना का वीडियो बना लिया। अभिनेता दिलीप पर व्यक्तिगत दुश्मनी में इस घटना को अंजाम दिलवाने के आरोप हैं। आरोप है कि दिलीप ने बदला लेने के लिए ऐसा करने के लिए रुपए दिए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया