पैसे के लिए हनीट्रैप में फँसाने वाली नाजमा और रिफनाज साथियों समेत गिरफ्तार: पहले जान-पहचान बढ़ाते थे, कपड़े उतरवा बनाते थे वीडियो

UP की मुरादाबाद पुलिस ने हनीट्रैप मामले में 2 महिलाओं सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया (चित्र साभार - मुरादाबाद पुलिस)

UP की मुरादाबाद पुलिस ने हनीट्रैप के एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस दौरान पुलिस ने 2 महिलाओं सहित कुल 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों का नेटवर्क उत्तर प्रदेश के साथ दिल्ली तक फैला मिला। इनके नाम राशिद, रफ़्फ़न नाजमा और रिफानाज हैं। इन सभी आरोपितों ने 70 साल के एक बुजुर्ग को अपने जाल में फँसाने की कोशिश की थी। गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस ने 15 अप्रैल, 2022 (शुक्रवार) को दी है।

पुलिस द्वारा जारी प्रेसनोट के मुताबिक, “घटना कुंदरकी थाना क्षेत्र की है। आरोपितों के निशाने पर संभ्रांत लोग हुआ करते थे। इन्होंने अब तक लगभग 1 दर्जन लोगों को अपना निशाना बनाया था। इस गिरोह का सदस्य नईम अपने एक परिचित 70 साल के रिटायर्ड प्रिंसिपल मुरारी लाल को उनके पैसे लौटाने के बहाने 8 अप्रैल को दिल्ली के ओखला क्षेत्र में ले गया। उनके साथ नईम का एक और साथी राशिद भी था। इस दौरान वो एक घर में गए। उस घर में जाबिर और रफ़्फ़न भी मौजूद थे।

इन सभी के साथ वहाँ 2 महिलाएँ भी थीं जिनके नाम रिफानाज़ और नाजमा है। इन सभी ने मिल कर मुरारी लाल के कपड़े जबरन उतरवा दिए। इसके बाद मुरारी लाल को डरा कर अश्लील वीडियो और फोटोग्राफी करवाई गई। बाद में उनके ब्लैकमेल कर के रेप के झूठे मुकदमे में फँसाने और जान से मार देने की धमकी दे कर PAYTM से 25 हजार रुपए निकलवा लिए गए। 9 अप्रैल को फोन कर के मुरारी लाल से 2 लाख रुपए और माँगे गए। ये पैसे किसी मोहम्मद समीर उर्फ़ पहलवान नाम के व्यक्ति के एकाउंट में डालने को कहा गया था। इस पर मुरारी लाल ने पैसे का इंतज़ाम करने के नाम पर 1-2 दिन का समय माँगा।

आखिरकार मुरारीलाल ने इस पूरे मामले को अपने बेटे देवेंद्र को बताया। इसके बाद रिश्तेदारों की सलाह से 12 अप्रैल को मुरारी लाल ने कुंदरकी थाने में केस दर्ज करवाया। पुलिस ने फ़ौरन ही कार्रवाई कर के राशिद, रफ़्फ़न, नाजमा और रिफानाज को गिरफ्तार कर लिया। बाकी 2 आरोपितों की तलाश की जा रही है। मामले में जाँच जारी है। पुलिस आरोपितों के मोबाइल फोन भी ज़ब्त कर के जाँच कर रही है। इन आरोपितों के द्वारा शिकार बनाए गए अन्य व्यक्तियों के बारे में भी जानकारियाँ जुटाई जा रही हैं।

SSP मुरादाबाद IPS बबलू कुमार ने बताया, “यह हनीट्रैप गैंग कुल 6 लोगों का था। ये आरोपित पहले लोगों से अपनी जान पहचान बढ़ाते थे। बाद में वो उन्हें अपने किराए के मकान पर ले जाते थे। इसके बाद जबरन उनकी वीडियो बनाई जाती थी। इसी वीडियो के आधार पर पैसे माँगे जाते थे। इन आरोपितों में से एक पुरुष और महिला नए-नए मोहल्लों में किराए पर मकान लेते थे। फिर वहीं रिश्तेदार बता कर लोगों को बुलाना और उनके फोटो वीडियो बनाना इनके अपराध का तरीका है। अब तक की पूछताछ में आरोपितों ने राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अलग – अलग स्थानों के लगभग 7 लोगों के साथ ऐसी ही घटना करना स्वीकार किया है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया