‘…तो बंदी छोड़ के PM बन जाता’: मुनव्वर फारुकी ने यहूदियों के नरसंहार का उड़ाया मजाक, गुजरातियों और स्वस्तिक का भी किया अपमान

मुनव्वर फारूकी ने कॉमेडी शो के दौरान होलोकॉस्ट पीड़ितों का मजाक उड़ाया (फाइल फोटो)

स्टैण्डअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी (Munawar Faruqui) को तो सभी जानते हैं। अक्सर अपने विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में रहता है। 1 फरवरी 2022 को फारुकी ने अपने YouTube चैनल पर एक शो की रिकॉर्डिंग अपलोड की, जिसमें उसने ‘द होलोकॉस्ट’ का मजाक उड़ाया। 18 मिनट के अपने शो में कॉमेडियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से लेकर हिटलर तक को नहीं छोड़ा। फारुकी ने अनुमान लगाया कि हिटलर (Hitler) अगर गुजराती होता तो किस तरह के हालात होते।

वीडियो में फारुकी ने कहा, “अगर हिटलर गुजराती होता तो दूसरा विश्व युद्ध नहीं होता। मेरे पास एक इसकी थ्योरी है। उसका नाम हितेश होता। उसकी हिटलर-शैली की मूँछें होंगी, बिल्कुल जेठालाल। हिटलर का एक प्रतीक था, ‘हिटलर की जय हो’, हितेश के पास ‘रोकड़ा’ होता, हितेश महान व्यक्ति होता।”

मुनव्वर फारुकी ने हिटलर के होलोकॉस्ट के बारे में बात की, जिसके गैस चेंबरों में लाखों यहूदियों की नाजी सेना ने हत्या कर दी थी। उसने आगे कहा, “क्या आप लोग होलोकॉस्ट के बारे जानते हैं? मैं आपको इसके बारे में बताऊँगा। हिटलर ने गैस चेंबर बना रखा था, जिसमें उसने यहूदियों को मार डाला था। हितेश होता तो होलोकॉस्ट नहीं होता। इसे ‘हालो हालो कास्ट’ होता (हालो ‘लेट्स गो’ के लिए बोलचाल का गुजराती शब्द है)। वहाँ पर खाने काउंटर लगे हुए होते ढोकला, खाखरा। यहूदियों को हितेश इतना ढोकला खिला देता कि वो गैस से ही मर जाते।”

कॉमेडियन के मुताबिक, हिटलर शुद्ध शाकाहारी था। पशु प्रेमी था। यह एक फ*ग गुजराती चीज है। वो अपना खुद का रेस्टोरेंट खोल सकता था। स्वास्तिक शुद्ध शाकाहारी। दरअसल, फारुकी य़ह बताने की कोशिश कर रहा था कि हिटलर ने पवित्र हिंदू प्रतीक स्वास्तिक का इस्तेमाल किया था, हकीकत में वह यह एक ईसाई झुका हुआ क्रॉस या हेकेनक्रेज़ था।

मुनव्वर फारुकी ने अनुमान लगाया कि हिटलर ने जब कैदियों को डिटेंशन सेंटर में डाला होगा तो क्या कहा होगा, “हिटलर ने कहा होगा कैदियों को खाना मत दो गा@#ड मार दो। लेकिन हितेश बोला होगा खाना दो, थोड़ा खांड डाल दो।”

विवादित कॉमेडियन यहीं नहीं रुका। उसने आगे स्वर्गीय बिजनेसमैन धीरूभाई अंबानी का मजाक बनाया। उसने कहा, “किसी को पता है हिटलर का ड्रीम क्या था? ‘कर लो दुनिया मुठी में’। ये गुजरातियों के सपने की तरह है। लेकिन अगर वह गुजराती होता तो किसी को मारकर दुनिया मुट्ठी में नहीं करता। सिम कार्ड बेचता और दुनिया मुट्ठी में कर लेता। सिम कार्ड बेचो, किसी को फंड दो, वो लोग मारेंगे न सबको।” बता दें कि रिलायसं मोबाइल ने साल 2002 में ‘कर लो दुनिया मुट्ठी में’ का स्लेगन दिया था।

इसके साथ ही फारुकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी मजाक उड़ाया और कहा हिटलर की मौत कैसे हुई थी? भारत में 71 सुसाइड दो कारणों से होता है। प्यार और पैसा। फारुकी के मुताबिक, “हिटलर ने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन अगर वो एक गुजराती होते और पैसे की हानि होती तो वो देश छोड़ देता, लेकिन आत्महत्या नहीं करता। लव लॉस में एक गुजराती खुद बंदी छोड़ के प्रधानमंत्री बन जाता।”

वीडियो के अंत में मुनव्वर फारुकी ने मुस्लिम कार्ड खेलते हुए कहा कि अगर कोई मुस्लिम है और बैचलर हो तो आपको घर नहीं मिलेगा। लेकिन अगर तुम गुजराती हो और तुम्हारी बीवी नहीं है, फिर भी तुम्हें देश चलाने के लिए मिल सकता है।

गोधरा कांड के पीड़ितों का भी उड़ाया था मजाक

ये कोई पहली बार नहीं है, जब मुनव्वर फारुकी ने दूसरों का मजाक बनाया हो। इससे पहले स्टैण्ड-अप कॉमेडियन ने 2020 में गोधरा नरसंहार के पीड़ितों का मजाक उड़ाया था, जहाँ अयोध्या से लौट रहे 58 हिंदुओं को मुस्लिम भीड़ ने जिंदा जला दिया था। उसके इसी तरह के विवादास्पद कृत्यों के कारण कई बार हिंदू संगठनों ने उसे शो करने से रोक दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया