बारात में हिन्दू महिलाओं की वीडियो बनाने लगे सलमान और इसरार, रोकने पर नावेद और सद्दाम सहित कर दिया हमला: नोचा था माँ दुर्गा के पंडाल का ध्वज, किया था पेशाब

UP के सिद्धार्थनगर में हिन्दू परिवार की बारात पर मुस्लिम भीड़ का हमला (आरोपितों के चित्र)

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में एक हिन्दू परिवार में शादी के दौरान मारपीट की गई है। मारपीट का आरोप नावेद, आफ़ताब, सद्दाम, नौशाद, सलमान, इल्ताफ, हारून, अफ़ज़ल, इलियास और इसरार पर लगा है। इन सभी पर शादी में शामिल हिन्दू महिलाओं की तस्वीरें खींचने और उनके वीडियो बनाने का आरोप है। जब इन्हे मना किया गया तो इन्होने पीड़ितों को पहले गंदी-गंदी गालियाँ दीं और फिर मंदिर के पास उन पर हमला कर दिया। घटना रविवार (21 अप्रैल, 2024) की है।

हमले में कई लोग घायल हुए हैं जिसमें एक नाबालिग बच्ची भी शामिल है। हिन्दुओं द्वारा शिकायत करने के एक दिन बाद हमलावरों की तरफ से भी क्रॉस FIR दर्ज करवा दी गई है। पुलिस द्वारा दोनों पक्षों पर कार्रवाई हुई है। ऑपइंडिया द्वारा जुटाई गई जानकारी में सामने आया है कि हमलावरों में से कुछ लोगों पर पिछले साल माँ दुर्गा के पंडाल में लगे ध्वज को उखाड़ कर उस पर पेशाब करने का आरोप लगा था।

यह मामला सिद्धार्थनगर के थानाक्षेत्र ढेबरुआ का है। यहाँ के गाँव मुजहना में 21 अप्रैल को OBC समुदाय के पूर्णमासी विश्वकर्मा के घर से बारात निकलने वाली थी। पारम्परिक तौर पर ये सभी बाराती रात लगभग 8:30 के आसपास गाँव में बने राम जानकी मंदिर पहुँचे। बारात विदा करने कुछ महिलाएँ भी यहाँ मौजूद थीं। बताया जा रहा है कि यहाँ गाँव के नावेद, आफ़ताब, सद्दाम, नौशाद, सलमान, इल्ताफ, हारून, इलियास और इसरार ने हिन्दू महिलाओं की तस्वीरें खींचने शुरू कर दीं और उनके वीडियो बनाने लगे।

बारात में मौजूद पुरुषों ने इन सभी आरोपितों की इस हरकत का विरोध किया तो ये भड़क गए। पहले इन्होने खुद को मना करने वालों को माँ-बहन की गालियाँ दीं फिर बेरहमी से सभी को पीटना शुरू कर दिया। हमले के लिए लाठी-डंडों का इस्तेमाल किया गया। अचानक हुए इस हमले से बारात में भगदड़ मच गई। पिटाई की चपेट में आ कर अर्जुन विश्वकर्मा और एक नाबालिग बच्ची घायल हो गई। शोर-शराबा सुन कर गाँव के अन्य लोग जमा होने लगे तो हमलावर वहाँ से जान से मार डालने की धमकी देते हुए भाग निकले।

विश्वकर्मा परिवार द्वारा दर्ज FIR

पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया है कि हमलावर दबंग किस्म के लोग हैं। इस हिंसा की वजह से पीड़ित का मोबाइल भी टूट गया। पूर्णमासी ने सभी हमलावरों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने इस शिकायत पर नावेद, आफ़ताब, सद्दाम, नौशाद, सलमान, इल्ताफ, हारून, अफ़ज़ल, इलियास और इसरार के खिलाफ IPC की धारा 147, 323, 504, 506 और 427 के तहत FIR दर्ज कर लिया है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने गाँव पहुँच कर बारात को विदा करवाया। घायल बच्ची का इलाज चल रहा है।

मुस्लिम पक्ष ने एक दिन बाद दर्ज करवाई FIR

पूर्णमासी विश्वकर्मा द्वारा 21 अप्रैल को रात 10:30 पर मुस्लिम समुदाय के 10 हमलावरों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई थी। अभी पुलिस जाँच ही कर रही थी कि लगभग 20 घंटे बाद 22 अप्रैल 2024 को शाम लगभग 6 बजे मुस्लिम पक्ष भी खुद को पीड़ित बताते हुए थाने पहुँच गया। यहाँ आफ़ताब आज़म खान ने लवकुश पाल, राधेश्याम और रामपाल के खिलाफ नामजद FIR दर्ज करवा दी। आफताब आजम ने इन तीनों पर अपने भाई नावेद को फोटो खींचने की बात पर पीटने का आरोप लगाया है।

आफ़ताब द्वारा दर्ज FIR

नावेद पूर्णमासी की शिकायत में पहले से नामजद है। पुलिस ने इस तहरीर पर IPC की धारा 323, 504 और 506 के तहत लवकुश, राधेश्याम और रामपाल को नामजद करते हुए FIR दर्ज कर ली है। ऑपइंडिया के पास इस शिकायत की कॉपी भी मौजूद है।

हमारा धर्मस्थल उनके इलाके में

ऑपइंडिया ने मुजहना के निवासी एक ग्रामीण से बात की। अपना नाम न बताने की शर्त पर ग्रामीण ने बताया कि हिन्दुओं का देवीस्थान गाँव के उस हिस्से में है जो मुस्लिम बहुल इलाके से हो कर जाता है। हिन्दू अपने सभी पर्व, त्यौहार और शादी-ब्याह आदि के मौके पर उस देवीस्थल पर मुस्लिम बस्ती के बीच से हो कर गुजरते हैं। आरोप है कि इसी दौरान उनके घरों की महिलाओं पर न सिर्फ फब्तियाँ कसी जाती हैं बल्कि छेड़खानी के भी प्रयास होते हैं।

ग्रामीण ने खुद को भी भुक्तभोगी बताते हुए कहा कि जिस मामले में FIR दर्ज हुई है ऐसी घटना पहले भी हिन्दुओं के साथ कई बार घट चुकी है, लेकिन तब डर से केस कराने की हिम्मत भी नहीं हुई थी।

दोनों पक्षों पर हुई कार्रवाई

ऑपइंडिया ने इस मामले में पुलिस का पक्ष जानने के लिए थाना प्रभारी ढेबरुआ को कॉल किया। SHO ने बताया कि शिकायत के आधार पर दोनों पक्षों के नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की गई। इन सभी पर धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई है। हमें बताया गया कि FIR में लगी धाराओं में 7 वर्ष से कम की सजा है। फ़िलहाल गाँव में शाँतिपूर्ण माहौल है।

माँ दुर्गा पंडाल में लगे ध्वज पर पेशाब करने के आरोप

21 अप्रैल 2024 को जिन 10 आरोपितों पर पूर्णमासी विश्वकर्मा के घर की बारात पर हमले का आरोप है इसमें से 2 लोगों पर पिछले साल माँ दुर्गा के पंडाल में लगे ध्वज पर पेशाब करने की भी शिकायत दर्ज हुई थी। तब 20 अक्टूबर 2023 को गाँव मुजहना के पुरुषोत्तम, जनार्दन, ऋषि, विशाल, रवि और अजय शर्मा के साथ राकेश पाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में इसरार और सलमान पर आरोप था कि उन्होंने गाँव में स्थपति माँ दुर्गा के पंडाल में घुस कर पहले भगवा ध्वज को नोच दिया था और बाद में उस पर पेशाब किया।

2023 में दी गई शिकायत कॉपी

यह पंडाल शारदीय नवरात्रि के अवसर पर विधि-विधान से स्थापित किया गया था। तब पुलिस को दी गई इस शिकायत में सलमान और इसरार के अलावा हमीद, रहमान और हैदर के भी नाम थे।

माँ दुर्गा की मूर्ति पर पेशाब करने के आरोपित

मुजहना गाँव मुस्लिम बहुल है। ऑपइंडिया ने एक तत्कालीन शिकायतकर्ता से से बात की। उन्होंने बताया कि तब आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी बल्कि उन्हें महज माफ़ी मँगवा कर छोड़ दिया गया था।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।