कोरबा में व्यापारियों ने गैर-हिंदुओं का किया बहिष्कार, हिंदू राष्ट्र की बात की: Video को छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया धार्मिक उन्माद, FIR दर्ज

कोरबा में कुछ व्यापारियों ने अपने घर और दुकानों में सिर्फ हिंदुओं को नौकरी देने की शपथ ली

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरबा (Korba) में कुछ व्यापारियों द्वारा अपने यहाँ सिर्फ हिंदुओं को नौकरी पर रखने की बात कहने के कारण उन पर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने का आरोप लगाकर मामला दर्ज किया है। राज्य की कॉन्ग्रेस सरकार में पुलिस का कहना है कि इस का बात का शपथ लेते लोगों का एक वीडियो सामने आया है और इसी आधार पर कार्रवाई की गई है।

प्रदेश के बांकीमोगरा थाना क्षेत्र में कुछ व्यापारियों ने सामूहिक रूप से इस बात का निर्णय लिया कि वे अपने यहाँ गैर-हिंदुओं को काम पर नहीं रखेंगे। इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि व्यापारी अग्नि को साक्षी मानकर शपथ ले रहे हैं कि वे अपने प्रतिष्ठानों और घरों में सिर्फ हिंदुओं को ही नौकरी देंगे। इस दौरान उन्होंने देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की भी बात कही। इस बात को पुलिस ने धार्मिक उन्माद फैलाने वाला माना है।

कोरबा पुलिस ने ट्वीट किया, “ट्विटर पर वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें बाकीमोगरा के प्रमोद अग्रवाल सहित कुछ लोग एकत्रित होकर शपथ लेते हुए सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाली भाषा पाए जाने से मामले में आरोपी प्रमोद अग्रवाल व अन्य के विरुद्ध धारा153ए भादवी के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।”

इस वीडियो को सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर शनिवार (22 जनवरी 2022) को शेयर किया गया है। रात में बनाए गए इस वीडियो में कुछ लोग आग जलाकर उसके चारों तरफ गोला बनाकर खड़े हैं। इसमें एक व्यक्ति स्पीकर के माध्यम से बाकी लोगों को भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने, हिंदुओं को हर तरह से सामाजिक एवं आर्थिक मदद देने के साथ-साथ उनको ही काम देने की शपथ दिला रहा था। वीडियो के अंत में लोग ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाते हुए भी दिखाई दे रहे थे।

 इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जाँच की जा रही है और इस संबंध में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। राज्य के सरगुजा से 5 जनवरी 2022 को इसी तरह का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें लोग मुस्लिमों के यहाँ काम नहीं करने और अपनी संपत्ति (खेत या अन्य) किराए पर उन्हें नहीं देने और ना ही उन्हें बेचने की शपथ खा रहे थे। ग्रामीणों का आरोप था कि बगल के गाँव के मुस्लिम उनके साथ मारपीट करते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया