दुर्घटनास्थल पर ही डटे हैं अश्विनी वैष्णव, धर्मेंद्र प्रधान की निगरानी में मरम्मत का काम: इलाज की देखरेख के लिए अब खुद पहुँचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री

घटनास्थल पर अश्विनी-प्रधान और मंडाविया (साभार: PTI, IE &. Social Media)

ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में घायलों से मिलने और रेलवे लाइनों के सुधार कार्य का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुँचे। इस दौरान प्रधान ने कहा कि ट्रैक पर तीन नहीं, चार ट्रेनें थीं। इनमें दो सवारी गाड़ी और दो मालगाड़ी थी। वहीं, मंडाविया ने कहा कि 100 घायलों को क्रिटिकल केयर की जरूरत है।

धर्मेंद्र प्रधान चौथी ट्रेन मालगाड़ी थी और इसके इंजन को नुकसान पहुँचा है। बता दें कि इस हादसे में अब तक 288 लोगों के मौत हो चुकी है, जबकि 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। रेस्क्यू अभियान पूरा हो चुका है। वहीं, घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पीड़ितों को प्रदान की जा रही चिकित्सा का जायजा लेने के लिए भुवनेश्वर स्थित AIIMS और कटक के मेडिकल कॉलेज का दौरा किया। अपनी यात्रा के दौरान मंडाविया ने कहा कि उनसे दुर्घटना के बारे में विस्तृत चर्चा हुई और एक कार्य योजना भी तैयार की गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि इस भयानक हादसे में 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है। 100 से ज्यादा मरीजों को क्रिटिकल केयर की जरूरत है और उनके इलाज के लिए दिल्ली एम्स, लेडी हार्डिंग अस्पताल और आरएमएल अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर आधुनिक उपकरणों और दवाओं के साथ यहाँ पहुँचे हैं।

इस दुर्घटना में 21 कोच पटरी से उतर गए और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। यात्रियों का पूरा होने के बाद अब पहले वाली स्थिति को बहाल करने करने के लिए पटरियों की मरम्मत का काम चल रहा है। घटनास्थल पर धर्मेंद्र प्रधान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ और जीर्णोद्धार के कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।

इस रूट को जल्द से जल्द चालू करने के लिए लगभग 1000 लोग दिन-रात काम कर रहे हैं। पीएम ने अश्विनी को फोन कर मरम्मत के कामों का जायजा लिया। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “जितनी जल्दी हो सके सामान्य स्थिति बहाल करना हमारी जिम्मेदारी है। भारतीय रेलवे मुफ्त ट्रेनें चला रहा है और रसद सुविधाएँ भी प्रदान की जा रही हैं।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया