‘मुस्लिम मरे तो लिंचिंग, हिंदू मरे तो मौन…’: बिट्टू बजरंगी के भाई की मौत के बाद जुटे सैकड़ों लोगों ने लगाए नारे, दुकानें बंद और हाईवे जाम

बिट्टू बजरंगी (साभार: फरीदाबाद न्यूज)

आग में झुलसे गौ-रक्षक बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इसको लेकर लोगों में आक्रोश फैल गया है। दिल्ली के AIIMS से फरीदाबाद शव पहुँचने के बाद बिट्टू के घर पर लोगों का जमावड़ा लगने लगा है। आसपास की दुकानें भी बंद हो गई हैं। इसको देखते हुए हरियाणा पुलिस सतर्क हो गई है। बताते चलें कि बीते साल 13 दिसंबर को फरीदाबाद में कुछ कार सवार बदमाशों ने महेश पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। इसके बाद वे 60 प्रतिशत से अधिक झुलस गए थे।

महेश की मौत की खबर लगते ही फरीदाबाद और आसपास के लोग उनके घर पहुँचने लगे। लोगों के आक्रोश और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को देखते हुए पुलिस सतर्क हो गई और इलाके में गश्त को बढ़ा दिया। इतना ही नहीं, सारन थाना सहित कई थानों की पुलिस को मौके पर भेजा गया है। इसके साथ ही पुलिस ने चाचा चौक के आसपास की दुकानों को बंद करवा दिया है, ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो।

आक्रोशित लोगों ने बल्लभगढ़ और सोहना रोड को भी जाम कर दिया और आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की माँग की। इस दौरान लोगों ने ‘जय श्रीराम’, ‘महेश के हत्यारों को फाँसी दो’, ‘महेश हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं’ के नारे भी लगाए। इस दौरान भीड़ ने ‘मुस्लिम मरे तो लिंचिंग हिंदू मरे तो मौन है, पूछ सको तो पूछ लो ये प्रशासन कौन है’ के नारे लगाए।

वहीं, किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो, इसको लेकर ACP बिट्टू बजरंगी से मिले। वहीं, प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि आरोपितों को जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। प्रशासन से मुलाकात के बाद बिट्टू बजरंगी ने भी लोेगों से शांति बनाए रखने की अपील की।

बताते चलें कि 13 दिसम्बर 2023 को बिट्टू बजरंगी के भाई महेश को जान से मारने का प्रयास किया गया था। हमलावरों ने महेश के ऊपर फरीदाबाद की दाबुआ कॉलोनी में थिनर डाल कर आग लगा दी थी। महेश को अस्पताल ले जाया गया था, जहाँ से उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया था। महेश का शरीर इस हमले में 60% जल चुका है।

इस हमले के विषय में फरीदाबाद पुलिस के पास मामला दर्ज करवाया गया था, जिसकी जाँच हरियाणा पुलिस की SIT कर रही है। इसी मामले में 22 दिसम्बर 2024 को ‘हिन्दुतान टाइम्स’ में लीना धनखड़ नाम की एक पत्रकार ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी।

HT में प्रकाशित इस खबर में लिखा था कि फरीदाबाद पुलिस ने कहा है कि बिट्टू बजरंगी के भाई अलाव में गिर जाने के कारण जल गए थे और उनकी हत्या के प्रयास के कोई सबूत नहीं हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा गया था कि बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल के जलने के मामले में पुलिस में फर्जी शिकायत दर्ज कराई गई और एक गौतस्कर को इसमें फँसाया गया।

हालाँकि, ऑपइंडिया से बातचीत में पुलिस ने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की इस खबर को नकार दिया था। फरीदाबाद के ACP ने इस खबर के बारे में बताए जाने पर पूछा कि आखिर पुलिस में किसने इस केस को फेक बता दिया? उन्होंने कहा कि ये बात ठीक है कि अभी इस मामले में आरोपित के खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि केस फर्जी होने की बात कही गई है। उन्होंने इसकी पुष्टि की थी कि बिट्टू बजरंगी के भाई जल गए हैं।

इसके बाद बिट्टू बजरंगी अपने भाई की हत्या के प्रयास को झूठा बताकर फेक न्यूज फैलाने के आऱोप में ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी। बिट्टू बजरंगी ने कहा था कि जुबैर ने उनके और उनके भाई के बारे में पहले भी अफवाहें फैलाई हैं। इस बार उनके झूठी मीडिया रिपोर्ट के आधार पर इस घिनौनी कार्रवाई को अंजाम दिया, जबकि उनका भाई जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया