कर्नाटक हाईकोर्ट ने ऑनलाइन सुनवाई के दौरान पोर्न चलने के कारण इन सुविधाओं को कुछ समय के लिए निलम्बित कर दिया है। बताया जा रहा है कि किसी शरारती तत्व ने हाईकोर्ट के सर्वर में सेंध लगा कर पोर्न चला दी, जो कि 6 अलग-अलग कोर्ट हॉल में चलती रही।
जानकारी के अनुसार, यह वाकया सोमवार 4 दिसम्बर 2023 की दोपहर को हुआ, जब कोर्ट की सुनवाई चल रही थी। इसी दौरान कोर्ट के ऑनलाइन सुनवाई प्लेटफॉर्म ज़ूम के एक सर्वर को किसी शरारती तत्व ने हैक करके उस पर पोर्न चला दी। यही पोर्न अन्य कोर्ट रूम में भी चलने लगी।
इसके अगले दिन जब कोर्ट कर्मचारियों ने दोबारा ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग को शुरू करना चाहा तो दुबारा से शरारती तत्वों ने पोर्न चलाने की कोशिश की। इसके पश्चात कोर्ट ने निर्णय लिया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधाओं को बंद कर दिया जाए। कर्नाटक हाईकोर्ट ऑनलाइन सुनवाई की सुविधा के लिए चीनी कम्पनी ज़ूम के प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है।
कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रसन्ना बी वराले ने कहा, “एक गंभीर समस्या पैदा हुई है। हम लाइवस्ट्रीमिंग और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को रोक रहे हैं। तकनीक का गलत इस्तेमाल करके कुछ गड़बड़ की जा रही है।”
कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने आगे कहा, “कर्नाटक हाईकोर्ट तकनीक को लोगों की भलाई के लिए उपयोग करने का हमेशा पक्ष लेता है। हालाँकि, इस परिस्थिति के चलते हमें यह सुविधा बंद करने का निर्णय लेना पड़ रहा है।”
कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस घटना पर अब एक FIR भी दर्ज करवा दी है। कर्नाटक पुलिस ने इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अश्लील सामग्री चलाने और IT एक्ट 2000 का उल्लंघन करने के आरोप में FIR दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि उसने वह आईपी एड्रेस पता लगा लिए हैं, जहाँ से यह पोर्न चलाई गई।
द हिन्दू की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जब मंगलवार को सीमित एक्सेस के साथ ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई चालू करने का प्रयास किया गया तो फिर से पोर्न चलाए जाने की कोशिश हुई। ऐसा तब हुआ जब इस दौरान केवल वकीलों को ही इसका एक्सेस दिया गया था।