AMU में होली खेलने पर जिन मुस्लिम लड़कों ने हिंदू छात्रों को पीटा, जुमे पर उनके समर्थन में उतरी थी भीड़: पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद और अल्लाह-हू-अकबर के भी लगे थे नारे

AMU कैम्पस में हिन्दू छात्रों को पीटने वाले हमलावरों के समर्थन में हुई नमाज (चित्र साभार- X/@SHABDdigital)

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में गुरुवार (21 मार्च 2024) को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के कुछ मुस्लिम छात्रों ने होली खेल रहे हिन्दू छात्रों पर हमला कर दिया था। इस मामले में मिसवा, जाकीउर्रहमान, जैद शेरबानी, शाहरुख सबरी, शोएब कुरैशी, अहमद मुस्तफा, अफ्फान शेरबानी, सहवान खान, फैसल त्यागी और अरसान सिद्दकी पर FIR दर्ज हुई थी। घटना के बाद AMU कैम्पस में नारा-ए-तकबीर और अल्लाह हु अकबर के नारे लगे थे। अब यूनिवर्सिटी कैम्पस के बाबे सैयद को बंद करके वहाँ नमाज़ पढ़ी गई है। इस दौरान पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी हुई।

दरअसल मुस्लिम छात्र हमलावरों पर FIR दर्ज किए जाने से नाराज हैं। वो FIR रद्द करने की माँग पर अड़े हुए हैं। अपनी इसी माँग के चलते कुछ छात्रों ने घटना की रात यूनिवर्सिटी कैम्पस में ही एकजुट हो कर ‘नारा ए तकबीर’ और ‘अल्लाह हु अकबर’ जैसी नारेबाजी की थी। इस नारेबाजी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। नारेबाजी यूनिवर्सिटी और जिला प्रशासन के अधिकारियों के सामने ही हुई थी। इसमें उत्तेजक शब्दावली का भी प्रयोग हुआ था।

हालाँकि कैम्पस में हुई नारेबाजी के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केस वापस लेने की माँग को लेकर शुक्रवार (22 मार्च 2024) को AMU कैम्पस का बाबे सैयद बंद कर दिया गया। यह क्षेत्र बंद कर के यहाँ जुमे की नमाज पढ़ी गई। इस नमाज में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) कैम्पस के अलग-अलग हॉस्टलों में रहने वाले छात्र शामिल हुए। नमाज़ से पहले कुछ छात्रों ने पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।

जुमे की इस नमाज़ के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। यूनिवर्सिटी कैम्पस में ही पुलिस और PAC के जवान तैनात किए गए थे। नमाज़ के बाद जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयासों से शाम 3:30 पर बाबे सैयद खोल दिया गया। अमर उजाला ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि बाबे सैयद में हो रही नमाज़ का एक छात्र चुपके से वीडियो बना रहा था। इस छात्र को कुछ लोगों द्वारा पीटा गया। बाद में कैम्पस में तैनात सुरक्षाकर्मियों के हस्तक्षेप से मामला शांत हो पाया था। हालाँकि बाबे सैयद के गेट पर हुई इस नमाज़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

वायरल हुए इस वीडियो में सड़क पर ही तमाम नमाज़ी छात्र बैठे दिख रहे हैं। सड़क पर आवागमन पूरी तरह से अवरुद्ध है। नमाज़ियों ने रोड पर दरी बिछा रखी है। विरोध कर रहे छात्रों ने होली मनाना यूनिवर्सिटी कैम्पस में नई परम्परा को जन्म देना बताया है। उनकी माँग है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी परिसर में होली खेलने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। साथ ही जिन छात्रों पर FIR दर्ज हुई है उनकी जाँच के लिए एक कमेटी का गठन हो। छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल यूनिवर्सिटी के कुछ प्रोफेसरों के साथ अलीगढ़ के एसएसपी संजीव सुमन से भी मिला। हालाँकि संजीव सुमन ने सबूतों के आधार पर ही जाँच और कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया