जो हिंदू हित का काम करेगा, वही देश पर राज करेगा… ‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’ और धर्मांतरण के खिलाफ सड़क पर उतरे लाखों हिन्दू, महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व

लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ जुटे लाखों हिंदू (फोटो साभार : @shelarashish का ट्विटर अकाउंट)

देश में ‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’ और धर्मांतरण की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने की माँग होती रही है। इन्हीं माँगों को लेकर हिंदू संगठनों ने मुंबई में प्रदर्शन किया। इसमें, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, आरएसएस और भाजपा से जुड़े लोग शामिल हुए। दावा किया जा रहा है कि इस प्रदर्शन में एक लाख से अधिक लोग शामिल हुए।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंदू संगठनों ने यह प्रदर्शन रविवार (29 जनवरी, 2023) को दादर शिवाजी पार्क से कामगार स्टेडियम तक किया गया। लोगों की माँग है कि महाराष्ट्र सहित पूरे देश में लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाए जाएँ। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण बंद हो। अवैध इस्लामी मजहबी स्थलों पर कार्रवाई हो। ‘लैंड जिहाद’ के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए।

इस प्रदर्शन में भाजपा नेता राम कदम, केशव उपाध्ये, नीतेश नारायण राणे, बालासाहेब शिवसेना के सदा सरवणकर सहित कई हिंदू नेता उपस्थित रहे। इस प्रदर्शन की खास बात यह रही कि इसकी अगुवाई महिलाएँ कर रहीं थीं।

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान, ‘जो हिंदू हित का काम करेगा, वही देश पर राज करेगा’, ‘गर्व से कहो हम हिंदू हैं’ जैसे नारे लगाए गए। इस प्रदर्शन के दौरान, बड़ी संख्या में पहुँच लोगों को संबोधित करते हुए भाजपा नेता राम कदम ने लव जिहाद और धर्मांतरण को देश के लिए घातक बताया। उन्होंने कहा है कि श्रद्धा वॉल्कर की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। हिंदुस्तान में ‘लव जिहाद’ के मामले बढ़ रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा है कि श्रद्धा वाल्कर की हत्या के बाद भी कुछ ऐसी ही घटनाएँ सामने आई हैं। यही कारण है कि हिंदू एकजुट होकर’ लव जिहाद’ और धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाने की माँग कर रहे हैं।

इस प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता नीतेश राणे ने उद्धव ठाकरे सरकार को निशाने में लेते हुए कहा कि बीते ढाई वर्षों में हिंदुओं के साथ बहुत अन्याय हुआ है। अब सत्ता में भाजपा आ गई है। सरकार ने धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। ‘लव जिहाद’ के खिलाफ भी कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया