जम्मू कश्मीर में पहली बार आतंकी के घर पर चला बुलडोजर, पुलवामा में जमींदोज किया गया जैश के आतंकवादी का मकान: 4 अन्य के पोस्टर जारी

पुलवामा में आतंकी के घर पर चला बुलडोजर (फोटो साभार: ANI)

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मुहम्मद के एक आतंकी के घर पर बुलडोजर चलाया गया। आतंकी का घर पुलवामा के राजपोरा न्यू कॉलोनी में था, जिसे अब पूरी तरह जमींदोज कर दिया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकी का नाम आशिक नेंगरू है, जिसने सरकारी जमीन पर कब्जा कर घर बनाया हुआ था। अब इस अवैध घर को मिट्टी में मिला दिया गया है। कार्रवाई के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम और पुलवामा जिले के कई सरकारी अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। आतंकी के खिलाफ हुई कार्रवाई की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें साफ देखा जा सकता है कि दो मंजिला मकान पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि यह पहली मौका है जब जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने किसी आतंकवादी के घर पर बुलडोजर चलवाया है।

बता दें कि आतंकी आशिक नेंगरू जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के नए चेहरे के तौर पर उभर कर सामने आया है। नेंगरू सुरक्षा बलों की हिट लिस्ट में भी शामिल है। सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो आशिक नेंगरू फिलहाल POK में डेरा डाले हुए है। जम्मू-कश्मीर में हुई कई आतंकी घटनाओं में नाम आने के बाद मोदी सरकार ने जैश कमांडर आशिक नेंगरू को आतंकवादी करार दिया था।

गृह मंत्रालय के मुताबिक, नेंगरू पाकिस्तानी आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने में सहायता करता रहा है। ऐसा माना जाता है कि उसने जैश-ए-मोहम्मद मुख्य सरगना मौलाना मसूद अजहर के भतीजे इदरीस को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराने में मदद की थी। नेंगरू फरवरी 2020 में ही लापता हो गया था, जब एनआईए की ओर से उसे पूछताछ के लिए तलब किया गया था।

नेंगरू का बड़ा भाई अब्बास अहमद नेंगरू भी जैश ए मोहम्मद का एक एक्टिव आतंकवादी था, जिसे सिक्योरिटी फोर्सेस ने 2014 में ही ढेर कर दिया गया था। पुलिस के मुताबिक, उसका दूसरा भाई मंजूर अहमद नेंगरू इसी साल सितंबर में एक बगीचे में मृत पाया गया था। चौथा भाई रियाज भी आतंकी हमले के एक मामले में जेल में कैद है।

दूसरी तरफ ‘राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA)’ ने पुलवामा में एक बार फिर चार आतंकियों के पोस्टर जारी किए हैं। इन पर 10-10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, चारों आतंकियों की बड़े स्तर पर तलाश की जा रही है। कहा जा रहा है कि जिन आतंकियों पर इनाम की घोषणा की गई थी, उनमें से तीन पाकिस्तान में हैं जबकि एक बासित अहमद डार कश्मीर में टीआरएफ की कमान संभाल रहा है।

एनआईए को इन आतंकियों की तलाश 18 नवंबर, 2021 को दर्ज एक मामले में है। जिसमें हिंसक गतिविधियाँ में शामिल होने, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और आतंकवाद में भर्ती करने के लिए रची गई साजिश शामिल है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया