जज को धमकी देने वाले फहीम पाकिस्तानी के पीछे पड़ी यूपी पुलिस, कहा था- ‘किस खिड़की से गोली मारनी, सब तैयारी कर ली है’

जज को फहीम पाकिस्तानी ने दी धमकी (प्रतीकात्मक तस्वीर)

उत्तर प्रदेश के बरेली में भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट के स्पेशल जज को पत्र लिखकर गोली मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। पत्र में आरोपित चुन्नीलाल को जमानत नहीं देने पर जज और उनके फैमली को जान से मारने की धमकी दी गई है। बता दें चुन्नीलाल भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद है। जज ने हाईकोर्ट के महानिबंधक को पूरी मामले की जानकारी दी है।

महानिबंधक के आदेश पर न्यायाधीश मोहम्मद अहमद खान ने उत्तर प्रदेश पुलिस को सूचित किया। जज की शिकायत के आधार पर यूपी पुलिस ने कथित तौर पर धमकी देने वाले फहीम पाकिस्तानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही पत्र भेजने वाले की तलाश में जुट गई है।

खबरों के मुताबिक, फहीम पाकिस्तानी ने पत्र में न्यायाधीश से कहा कि अगर उन्हें अपने परिवार को जिंदा रखना है तो चुन्नीलाल की जमानत मंजूर कर दे। आरोपित ने लिखा कि वह चुन्नीलाल का जिगरी दोस्त है और वह उसके लिए कुछ भी कर सकता है। उसने बताया कि वह चुन्नीलाल के कहने पर एक बार विधवा पेंशन कार्यालय में काम करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर की हत्या भी कर चुका है।

न्यायाधीश को धमकी देते हुए उसने आगे लिखा कि उसने उनके घर के सारे ठिकानों का पता लगा लिया है। किस खिड़की से गोली मारनी है, सब तैयारी कर ली गई है। अगर उसकी माँग पूरी नहीं की गई तो परिवार समेत उसका खात्मा कर दिया जाएगा। इसके अलावा उसने अंत में लिखा कि काम कर दिया तो बढ़िया दावत नहीं तो नेस्तनाबूद कर देंगे।

वहीं जज ने कहा कि इस पत्र के मिलते ही वह और उनका परिवार डर में जी रहा एवं मानसिक रूप से परेशान है। उन्होंने एसएसपी से उनके और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए सशस्त्र सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने के लिए भी कहा है। इस बीच कोतवाली थाने की एक टीम मुरादाबाद के साथ अन्य ठिकानों पर फहीम पाकिस्तानी को दबिश देने के लिए रवाना हो चुकी है।

इसी तरह के कर्नाटक के एक मजिस्ट्रेट को सैंडलवुड ड्रग मामले में आरोपित अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी और संजना गलरानी की रिहाई की माँग करते हुए बम ब्लास्ट करने की धमकी दी गई थी। इसके अलावा धमकी भरे संदेश में डीजे हल्ली और केजी हल्ली के बेंगलुरु दंगों में शामिल गिरफ्तार किए गए लोगों को भी छोड़ने की माँग की गई थी। पत्र ने न्यायाधीश से आरोपित और जेसीपी संदीप पाटिल को जाँच से दूर रखने के लिए भी कहा गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया