रिहाना की ‘फेंटी ब्यूटी’ में झारखंड का अभ्रक, बाल मजदूरी को लेकर NCPCR से शिकायत

रिहाना की कंपनी पर बाल मजदूरी का आरोप (साभार: TLI)

रिहाना दुनिया की सबसे अमीर गायिका के रूप में जानी जाती हैं। संपत्ति के मामले में वे मडोना और बेयोंसे से भी आगे हैं। 4400 करोड़ रुपए की संपत्ति की मालकिन रिहाना ‘फेंटी ब्यूटी (Fenty Beauty)’ नामक एक कंपनी भी चलाती हैं। उनकी आय का एक बड़ा हिस्सा इसी से आता है। इस कंपनी के खिलाफ झारखंड से अभ्रक की खुदाई और बाल मजदूरी को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है।

रिहाना ने फ्रांस की कंपनी ‘LVMH Moet Hennessy Louis Vuitton’ के साथ पार्टनरशिप कर रखी है, जिसे अरबपति बर्नार्ड रनॉल्ट द्वारा संचालित किया जाता है। अब कुछ खबरों में कहा जा रहा है कि ये कंपनी बाल मजदूरों से काम करवाती है और झारखंड से धातु की खुदाई करने वाली इस कंपनी के पास इसका क्लियरेंस भी नहीं है।

हाल ही में खालिस्तानियों के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए रिहाना ने ‘किसान आंदोलन’ के समर्थन में ट्वीट किया था। इसके बाद से वह विवादों में हैं। भारत में रिहाना के कारोबार के विस्तार पर भी विवाद खड़ा हो गया है। हाल ही में कंपनी ने एक बड़ा निवेश भी जुटाया है।

आरोप लगा है कि कैलिफोर्निया के कानून के हिसाब से बाल मजदूरों के मामले में कुछ नियम-कानून तय हैं, जिसका ये कंपनी पालन नहीं करती। शिकायतकर्ता विनय जोशी द्वारा शेयर की गई IANS की खबर के सूत्रों का कहना है कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग और बाल मजदूरों के सम्बन्ध में ज़रूरी ऑडिट भी नहीं कराया जाता, जिससे आशंका है कि यह कंपनी बाल मजदूर करवाती है। आरोप है कि झारखंड में जहाँ से कंपनी अभ्रक (Mica) की खुदाई करती है, वहाँ कई बच्चों को काम पर लगाया जाता है।

https://twitter.com/LegalLro/status/1357636955220176897?ref_src=twsrc%5Etfw

जहाँ एक तरफ किसानों की तथाकथित समस्या पर रिहाना ने ट्वीट किया, इस मामले में उनका अब तक कोई बयान नहीं आया है। NGO ‘लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी (LRO)’ ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के समक्ष इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। संस्था के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने शिकायत मिलने की पुष्टि भी की है।

LRO ने दावा किया कि रिहाना की कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स कंपनी ‘फेंटी ब्यूटी’ झारखंड के कोडरमा और गिरिडीह से अभ्रक (Mica) लेती है और उसके पास ‘सप्लाई चेन क्लियरेंस सर्टिफिकेट’ भी नहीं है, जो बाल मजदूरों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाता है। LRO ने इस सम्बन्ध में जाँच की माँग की है। रेस्पोंसिबल माइका इनिशिएटिव (RPI) ने कहा है कि रिहाना को अभ्रक देने वाली सप्लाई चेन उनसे रजिस्टर्ड भी नहीं है।

बता दें कि ग्रेटा थनबर्ग द्वारा गलती से लीक किए गए टूलकिट डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि उनके और गायिका रिहाना के ट्वीट पूर्व नियोजित थे और वास्तविक समर्थन से उनका सरोकार नहीं था। शीट में बक़ायदा पूरा प्लान नजर आता है। इसमें बताया गया था कि ट्वीट करते हुए किसे टैग करना है और किसे लक्षित करना है। डॉक्यूमेंट के स्क्रीनशॉट में ग्रेटा और रिहाना के नामों को अलग से देखा जा सकता है। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया