‘सपा का हाथ, आतंकियों के साथ’: आतंकी के अब्बा से ही नहीं कनेक्शन, मुकदमा भी वापस ले रहे थे अखिलेश-HC ने लगाई थी फटकार

अखिलेश यादव आतंकी के अब्बा शादाब अहमद के साथ

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि गुजरात के सीरियल ब्लास्ट मामले में न्यायालय ने जो फैसला सुनाया है, इसमें मृत्यु दंड प्राप्त करने वाले एक आतंकी का संबंध दुर्भाग्य से आजमगढ़ से है और उसके परिवार का संबंध सपा से है। उन्होंने कहा कि इससे अनुमान लगा सकते हैं कि सपा के मंसूबे क्या हैं। वहीं पीलीभीत में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, “नई हवा है, वही सपा है, सपा का हाथ, आतंकियों के साथ।” सीएम योगी ने आरोप लगाया कि आतंकी के परिजनों के साथ अखिलेश यादव वोट माँग रहे हैं।

बता दें कि शुक्रवार (18 फरवरी, 2022) को 49 में से 38 आरोपितों को फाँसी की सज़ा सुनाई गई है। साथ ही अन्य आरोपितों को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई। सीएम योगी ने कहा कि इनमें से कुछ उत्तर प्रदेश के भी थे। सीएम योगी ने कहा कि इनमें से कुछ को सपा के लिए चुनाव प्रचार करते हुए भी देखा गया था। सीएम योगी ने इस रैली में ये भी कहा कि पिछली सरकारों में किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर होते थे और गरीब भूखे मरते थे।

बता दें कि वाराणसी में हुए एक बम ब्लास्ट के मामले में भी एक आरोपित के खिलाफ मामलों को ख़त्म करने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डाँट पिलाते हुए कहा था कि सरकार कैसे ये निर्णय ले सकती है कि कौन आतंकवादी है और कौन नहीं। हाईकोर्ट ने कहा था कि ये निर्णय अदालत का है। उच्च-न्यायालय ने पूछा था कि आखिर क्या सरकार ऐसे कदम उठा कर आतंकवाद को बढ़ावा देना चाहती है। कोर्ट ने कहा था कि आज मामले वापस लिए जा रहे, और कल उन्हें पद्मा भूषण दे दिया जाएगा!

वाराणसी में 7 मार्च, 2006 को बम ब्लास्ट हुआ था। 2012 में बनी समाजवादी पार्टी की सरकार ने इस मामले के आरोपित ‘मुस्लिमों’ पर से केस हटाने के लिए कदम उठाए थे। इसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। कई जिलों की अदालतों में आरोपितों के खिलाफ मामले चल रहे थे। याचिका में कहा गया था कि राज्य सरकार के कदम से बम ब्लास्ट की साजिश रचने वालों को और प्रोत्साहन मिलेगा। इस मामले में बम स्टोर कर के रखने वाले वहीदुल्लाह और शमीम को राज्य सरकार रिहा करने की योजना बना रही थी।

वहीं अहमदाबाद बम ब्लास्ट के मामले में कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि उनमें से एक का नाम मोहम्मद सैफ है, जो सपा नेता शादाब अहमद का बेटा है। उन्होंने इसे लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने दो तस्वीरें भी दिखाईं, जिनमें उसे अखिलेश यादव के साथ देखा जा सकता है। उन्होंने पूछा कि क्या अखिलेश यादव ने उसे बिरयानी खाने के लिए बुलाया था? उन्होंने बताया कि शादाब अहमद का बेटा इस बम ब्लास्ट में शामिल था और मास्टरमाइंड भी था।

बता दें कि सपा की सरकार ने आतंकी मामलों में 15 आरोपितों के खिलाफ ‘जनहित’ में आतंकवाद के आरोप वापस लेने का फैसला लिया था, जिस कारण इलाहाबाद हाईकोर्ट से उसे डाँट पड़ी थी। इस साजिश में 43 लोग मारे गए थे। वलीउल्लाह जहाँ एक मौलवी था, वहीं शमीम उसका शागिर्द था। वहीं 2006 वाले वाराणसी बम ब्लास्ट में 21 लोग मारे गए थे। यूपी की तत्कालीन सपा सरकार ने 2002 में कारगिल युद्ध में सेना की गतिविधि के बारे में जानकारी देने वाला और रामपुर में सीआरपीएफ पर हमले करने वाले भी शामिल थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया