‘निकाह करवा वरना बेटी उठा लेंगे…’: मुख्तार अंसारी ने हिन्दू माता-पिता को दी धमकी, 6 माह बाद बेटा शाहिद लड़की उठा ले गया, धर्मांतरण का आरोप

झारखंड के हजारीबाग में नाबालिग हिन्दू लड़की के अपहरण के बाद हिन्दू संगठनों द्वारा भूख हड़ताल

झारखंड के हजारीबाग जिले में एक हिन्दू महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के अपहरण और जबरन निकाह करवा कर धर्मान्तरण का आरोप लगाया है। यहाँ पीड़िता ने पुलिस शिकायत में शाहिद अंसारी, अरबाज़ अंसारी और मुस्लिम अंजुमन कमेटी के सदस्य सहित को नामजद किया है। महिला का आरोप है कि आरोपितों ने 6 महीने पहले ही उनकी बेटी के अपहरण की धमकी दी थी। आरोपितों पर कार्रवाई की माँग को ले कर हिन्दू संगठनों ने भूख हड़ताल की है। घटना शुक्रवार (4 नवम्बर 2022) की है।

अपहृत नाबालिग की माँ ने सोमवार (7 नवम्बर 2022) को घटना की शिकायत केरेडारी थाने में की है। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया है कि घटना के दिन लगभग 2:30 बजे दोपहर में उनकी 16 साल की नाबालिग बेटी का मुख़्तार अंसारी के बेटे शाहिद ने अपने चचेरे भाई अरबाज़ और 4 अज्ञात साथियों के साथ घर में घुस कर अपहरण कर लिया। शिकायत में पीड़िता ने अपहरण का मकसद नाजायज धर्मान्तरण और जबरन निकाह की साजिश बताया है। पीड़िता के मुताबिक अपहरण के आरोपित 2 बाइकों पर सवार हो कर आए थे।

इसी शिकायत में पीड़ित माँ ने यह भी लिखा है कि इसी अपहरण के दौरान आरोपितों ने लूटपाट भी की। आरोप है कि बाइक सवार आरोपितों ने पीड़िता के घर से लगभग 3 लाख 30 हजार रुपए मूल्य के सोने व चाँदी के आभूषण और 25000 रुपए कैश भी लूट लिए। पीड़िता का दावा है कि घटना के ही दिन उन्होंने थाने को सूचना दे दी थी। पीड़िता ने इस बात का भी जिक्र किया है कि आरोपित के घर वालों की तरफ से उनकी बेटी के अपहरण की धमकी लगभग 5 से 6 महीने पहले ही मिली थी।

शिकायतकर्ता के मुताबिक तब आरोपित शाहिद के अम्मी-अब्बू अंजुमन कमेटी के सदर हबीब मियाँ के साथ घर में घुस कर अपनी बेटी का निकाह करवाने की धमकी दी थी। पीड़िता ने बताया है कि तब आरोपितों ने अपनी बात से इंकार करने पर उनकी नाबालिग बेटी जबरन उठा ले जाने का ताव दिया था। शिकायत में यह भी दर्ज है कि इस दौरान आरोपितों ने पीड़ित परिवार से गाँव में बने रहने के लिए हिसाब से रहने को धमकाया था। अंत में अपहृत की माँ ने आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग भी की है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है।

इस घटना से नाराज हिन्दू संगठनों ने पुलिस पर लचर कार्रवाई का आरोप लगाया है। उन्होंने घटना के विरोध में भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है। इसी प्रदर्शन में पीड़ित के परिजन भी शामिल हैं। ऑपइंडिया से बात करते हुए पीड़िता की माँ ने बताया कि अभी तक उन्हें उनकी बेटी वापस नहीं मिल पाई है। स्थानीय नागरिक संजय शरण ने ऑपइंडिया को बताया कि पीड़िता और आरोपित आस-पड़ोस के गाँव में रहते हैं। उन्होंने कहा कि आरोपित युवक शाहिद कर्नाटक में कहीं काम करता है और आशंका जताई जा रही है कि वो लड़की को भी वहीं ले कर गया होगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया