तनिष्क (Tanishq) का नया एड ‘लव जिहाद’ (Love Jihad) के चलते विवादों में घिर गया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों ने #boycottTanishqJewellery की बाढ़ ला दी। जिसके कुछ ही देर बाद विज्ञापन को हटा लिया गया। वहीं अब त्योहारी सीजन के लिए बना एक और विज्ञापन टाटा को कटघरे में खड़ा कर सकता है। दरअसल, इस एड में प्राचीन काल से चली आ रही हिन्दुओं की आध्यात्मिक प्रक्रिया योग और ध्यान को बदनाम करने की कोशिश की गई है।
बता दें विज्ञापन 14 अक्टूबर को Tata Cliq के YouTube चैनल पर अपलोड किया गया था। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि तनिष्क के लव जिहाद को बढ़ावा देने वाले एड के विवादों में आने के दो दिन बाद यह विज्ञापन YouTube पर अपलोड किया गया था।
इस विज्ञापन में योग को ‘बोरिंग’ और ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से ईसाई शादी को मजेदार और आदर्श के रूप में दिखाया गया है। विज्ञापन का विषय यह है कि योग एक पुरानी प्रथा है और इसे नए और ट्रेंडिंग ईसाई ऑनलाइन शादी के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए। यह विज्ञापन भी हिंदू परंपराओं को नीचा दिखाने और गैर-हिंदू प्रथाओं का पालन करने को आदर्श के रूप में फॉलो करने की वकालत करता है।
विज्ञापन के शुरुआत में कहा जाता है, “इतने सारे लोगों ने 2020 को वास्तव में ‘एपिक’ बनाया, इसे एक reliQ (अवशेष) की तरह नहीं जी रहे, यह एक नया triQ सीखने का वर्ष है, चलो हम मिनिमालिस्टिक, आइडियलिस्टिक, सिम्प्लिस्टिक बनते है, किसी को जानते हैं जिसने 2020 क्लिक (cliq) बनाया है? उन्हें एक परफेक्ट गिफ्ट दे कर सेलिब्रेट करे।” बता दें टाटा क्लिक, तनिष्क की ही तरफ टाटा का एक ब्रांड हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले के विवादित तनिष्क के नए विज्ञापन में एक हिंदू महिला की गोदभराई की रस्म को दिखाया गया था। इस लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई थी। इसमें हिंदू संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम परिवार गोदभराई की रस्मों को हिंदू धर्म के हिसाब से करता हुआ दिखाया गया था।
विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने और सोशल मीडिया पर तनिष्क के बहिष्कार की अपीलों के बाद कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया था। कुछ इसी तरह का विवाद होली के दौरान सर्फ एक्सेल के एक विज्ञापन को लेकर भी हुआ था।
बता दें हिंदू धर्म को बदनाम करना और हिंदुओं को नेगेटिव चित्रित करना विज्ञापन उद्योग में एक प्रमुख विषय बन चुका है। पिछले कुछ वर्षों में कई विज्ञापन और शार्ट फिल्में आई हैं जो हिंदू समुदाय को लक्षित या बदनाम करती हैं।