केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार (अगस्त 3, 2020) को कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने खुद ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी तबीयत ठीक है, लेकिन डॉक्टर्स की सलाह पर मेदांता अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। इसके बाद से कट्टरपंथियों और ‘सेकुलर लिबरलों’ ने जश्न मनाना शुरू कर दिया।
इसमें पत्रकार तलवीन सिंह के बेटे आतिश तासीर भी शामिल थे। आतिश तासीर ने अपने ट्वीट में अमित शाह को ‘fat b**tard’ लिखा था। आतिश ने लिखा, “जिस तरह एक स्वतंत्र प्रेस के हमारे प्यार के लिए हमें @DailyMailUK का बचाव करने की आवश्यकता होती है, उसी तरह अब हमें इस fat b**tard (जिसने अपने जीवन में बुराई के अलावा कुछ नहीं किया है) के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करनी है।”
https://twitter.com/AatishTaseer/status/1289914719898349569?ref_src=twsrc%5Etfwआतिश ने अपने ट्वीट में TheTweetOfGod को भी टैग किया है। बता दें कि TheTweetOfGod एक पैरोडी अकाउंट है, जो खुद को भगवान के रूप में प्रस्तुत करता है। यदि कोई इसे फॉलो करता है और उसका टाइमलाइन चेक करता है, तो वह किसी ऐसे प्रचारक से कम नहीं है जो बराबर जहर फैलाता रहता है।
आतिश तासीर, तवलीन सिंह और पूर्व पाकिस्तानी राजनेता सलमान तासीर की संतान हैं। आतिश का जन्म तवलीन और सलमान की शादी से पहले हुआ है। कैम्ब्रिज डिक्शनरी के अनुसार bas**rd का मतलब ऐसे इंसान से है, जिसका जन्म उसके माता-पिता की शादी से पहले हुआ हो।
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने तासीर को बताया कि गृह मंत्री के खिलाफ उनकी अभद्र नफरत उनके खुद के परवरिश और नफरत भरे दिमाग को प्रदर्शित कर रही है।
गौरतलब है कि पिता के पाकिस्तानी होने के बावजूद तासीर ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) स्टेटस का लाभ उठा रहे थे। 7 नवंबर 2019 को आतिश तासीर का OCI कार्ड रद्द कर दिया गया था। कानून के अनुसार, यदि किसी के माता-पितामें से किसी का कोई पाकिस्तानी संबंध है, तो वह व्यक्ति ओसीआई के लिए पात्र नहीं है।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि नागरिकता अधिनियम 1955 के अनुसार, तासीर ओसीआई कार्ड के लिए अयोग्य हो गए हैं, क्योंकि ओसीआई कार्ड के लिए बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में वो असमर्थ रहे। उन्होंने अपने पिता के पाकिस्तानी होने की बात अधिकारियों व सरकारी रिकॉर्ड में छिपाई।
OCI कार्ड रद्द होने के बाद से आतिश और तवलीन प्रेस और लेख के माध्यम से लगातार जहर उगल रहे हैं। तासीर और तवलीन दोनों ने यह नैरेटिव फैलाया कि भारत सरकार ने ‘तासीर की नागरिकता’ छीन ली है और उसे ‘बाहर निकाल दिया है।’ जबकि सच यह है कि तासीर कभी भी भारतीय नागरिक नहीं थे। वे जन्म से ब्रिटेन के नागरिक और पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति थे।
सरकार द्वारा आतिश के ओसीआई को रद्द किए जाने पर मीडिया हाउस द प्रिंट ने दावा किया था कि तासीर के टाइम मैगजीन में इस लेख के लिखने के बाद से ही उसके ओसीआई को रद्द किए जाने पर विचार किया जा रहा था। हालाँकि, विदेश मंत्रालय ने मीडिया हाउस द्वारा फैलाए जा रहे झूठ को पूरी तरह से नकार दिया। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि द प्रिंट की रिपोर्टिंग पूरी तरह से गलत और तथ्यरहित है।
तवलीन सिंह और उनके बेटे ने लगातार एक नैरेटिव गढ़ा कि सरकार की OCI निरस्त करने की वजह से ‘तवलीन’ को विदेश यात्रा करने से और तासीर को भारत आने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।
हालाँकि तासीर कभी भी भारत आ सकता है, वह सामान्य तरीके से वीजा के लिए आवेदन कर सकता है। इसी तरह, तवलीन को अपने बेटे से मिलने के लिए अमेरिका या ब्रिटेन जाने से कोई नहीं रोक सकता।
https://twitter.com/tavleen_singh/status/1290113997048385536?ref_src=twsrc%5Etfwतवलीन सिंह ने भी अपने हिंदूफोबिक बेटे के ट्वीट का समर्थन किया। जब एक यूजर ने लिखा कि तासीर को एक व्यक्ति (भारत के गृह मंत्री) की बीमारी पर इस तरह के असभ्य भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, तो तवलीन ने एक बार फिर से उसी OCI को लेकर आतिश को देश से ‘निर्वासित’ करने का ढिंढोरा पीटा, जो कि सरासर झूठ है।
बता दें कि इससे पहले भारत सरकार द्वारा सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर 59 चाइनीज ऐप को बैन करने के फैसले के बाद तवलीन सिंह ने इसका मखौल उड़ाते हुए ट्विटर पर लिखा कि क्या इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने से चीनी सैनिक हमारे क्षेत्र से पीछे हट जाएँगे।
उन्होंने अपनी कुत्सित बुद्धि का परिचय देते हुए वीरगति को प्राप्त एक जवान की माँ के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया। तवलीन ने बलिदान हुए एक सैनिक की माँ मेघना गिरीश को बीजेपी ट्रोल तक कह दिया था।