Friday, March 29, 2024
Homeसोशल ट्रेंडआतिश तासीर की माँ तवलीन सिंह ने बलिदानी सैनिक की माँ का किया अपमान,...

आतिश तासीर की माँ तवलीन सिंह ने बलिदानी सैनिक की माँ का किया अपमान, कहा- ‘BJP Troll’

तलवीन सिंह ने मेघना गिरीश की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह उनसे ज्यादा देशभक्त हैं, क्योंकि वो एक सैनिक की बेटी है और आर्मी स्टेशन में पली बढ़ी है। वह देश के लिए जान देने वालों के बारे में जानती है। उन्होंने कहा, "मुझे अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी देशभक्ति का जज्बा रखने की जरूरत नहीं है, जैसे बीजेपी ट्रोल करती है।"

लेखक और पत्रकार आतिश तासीर की माँ तवलीन सिंह ने एक बार फिर से अपनी कुत्सित बुद्धि का परिचय दिया है। इस बार तवलीन सिंह ने वीरगति को प्राप्त एक जवान की माँ के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया। बता दें कि ये उसी आतिश तासीर की माँ हैं, जिसका पिछले साल नवंबर में ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) स्टेटस रद्द कर दिया गया था।

भारत सरकार द्वारा सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर 59 चाइनीज ऐप को बैन करने के फैसले के बाद तवलीन सिंह ने इसका मखौल उड़ाते हुए ट्विटर पर लिखा कि क्या इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने से चीनी सैनिक हमारे क्षेत्र से पीछे हट जाएँगे।

तवलीन सिंह की इस भद्दी टिप्पणी पर बलिदान हुए एक सैनिक की माँ मेघना गिरीश ने कहा कि चीनी सैनिकों को पीछे खदेड़ने और सीमा की रक्षा के लिए 20 जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। ऐसे में इस तरह की टिप्पणी करना बेहद अपमानजनक है।

इसके बाद तलवीन सिंह ने मेघना गिरीश की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह उनसे ज्यादा देशभक्त हैं, क्योंकि वो एक सैनिक की बेटी है और आर्मी स्टेशन में पली बढ़ी है। वह देश के लिए जान देने वालों के बारे में जानती है। उन्होंने कहा, “मुझे अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी देशभक्ति का जज्बा रखने की जरूरत नहीं है, जैसे बीजेपी ट्रोल करती है।”

मेघना गिरीश की विनम्र असहमति के लिए, तवलीन सिंह ने गाली-गलौच का सहारा लिया और उन पर ‘बीजेपी ट्रोल’ होने का आरोप लगाया।

गौरतलब है कि बेटे आतिश तासीर का OCI कार्ड रद्द होने के बाद से ही तवलीन का इस तरह का रवैया रहा है। गौरतलब है कि 7 नवंबर 2019 को आतिश तासीर का OCI कार्ड रद्द कर दिया गया था। कारण था – भारतीय गृह मंत्रालय से जरूरी सूचनाएँ छिपाना। दरअसल, ब्रिटेन में जन्मे लेखक व पत्रकार आतिश अली तासीर ने भारत सरकार से जो जरूरी सूचना छुपाई, वह यह थी कि उसके पिता पाकिस्तानी मूल के थे।

गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि नागरिकता अधिनियम 1955 के अनुसार, तासीर ओसीआई कार्ड के लिए अयोग्य हो गए हैं, क्योंकि ओसीआई कार्ड के लिए बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में वो असमर्थ रहे। उन्होंने अपने पिता के पाकिस्तानी होने की बात अधिकारियों व सरकारी रिकॉर्ड में छिपाई।

प्रवक्ता ने कहा कि तासीर को उसके पीआईओ/ओसीआई कार्ड के संबंध में अपना जवाब/आपत्ति दर्ज करने का अवसर दिया गया था, लेकिन उसने इस नोटिस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। उसने इस पर अपना कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद आतिश अली तासीर का नाम भारतीय नागरिकता कानून, 1955 के तहत ओसीआई कार्ड धारक की सूची से हटा दिया गया।

तब से, माँ-बेटे की जोड़ी ने अपने भाजपा विरोधी और मोदी विरोधी तीखे हमले करने शुरू कर दिए। इतना ही नहीं तवलीन सिंह ने ग्लोबल उम्मा का समर्थन भी किया था और नागरिकता संशोधन अधिनियम के संबंध में अफवाह और झूठ फैलाया था। अब उन्होंने दिखा दिया कि जो भी उनसे सवाल करेगा, वो उनके लिए ‘बीजेपी ट्रोल’ होगा।

बता दें कि मेघना गिरीश, मेजर अक्षय गिरीश कुमार की माँ हैं, जिन्होंने 29 नवंबर 2016 को नगरोटा में खुद को अमर कर लिया था जब आतंकवादियों ने भारतीय सेना के ठिकाने पर हमला किया था। तवलीन सिंह के बेटे आतिश तासीर अपना खाली समय हिंदूफोबिया प्रदर्शित करने और इस्लामवादियों की भाषा बोलने में बिताते हैं। जिसने उनके पाकिस्तानी पिता को ईशनिंदा के आरोप में मार डाला।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘प्यार से डिनर कराया, दोनों मेड फॉर कैमरा आदमी’: जब मुख्तार-अतीक ‘साहब’ के ‘तहजीब’ पर मर मिटे थे राजदीप सरदेसाई, तंदूरी चिकन का स्वाद...

दोनों गैंगस्टरों के बारे में पूछने पर जहाँ हर कोई इनके दहशत की कहानियाँ सुनाता है तो वहीं राजदीप सरदेसाई को इनके यहाँ का चिकेन याद आता है।

‘अच्छे दिन’ की आस में कॉन्ग्रेस में गए कन्हैया कुमार और पप्पू यादव, लालू यादव ने जमीन ही कर दी साफ: बेगूसराय लेफ्ट को,...

RJD ने पप्पू यादव के लिए पूर्णिया, सुपौल (सहरसा) और मधेपुरा तक नहीं छोड़ी। कन्हैया कुमार वाला बेगूसराय भी लालू की पार्टी ने झटक लिया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe