केरल में गैर-मुस्लिम सभा में 3 ब्लास्ट: 1 महिला की मौत, कई घायल – 2 दिन पहले यहीं मुस्लिम भीड़ को हमास आतंकी ने किया था संबोधित

केरल के कोच्चि में ब्लास्ट, गैर-मुस्लिमों की सभा को बनाया निशाना (फोटो साभार: TOI)

केरल के मल्लपुरम में 27 अक्टूबर 2023 को जमात-ए-इस्लामी की यूथ विंग ‘सॉलिडेरिटी यूथ मूवमेंट’ द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली निकाली गई थी। इस रैली को आतंकी संगठन हमास के नेता राशिद मशेल ने वर्चुअली संबोधित किया था। इस रैली में ‘बुलडोजर हिंदुत्व और यहूदियों को उखाड़ फेंको’ जैसे नारे लगाए गए थे। इस रैली के दूसरे ही दिन यानी 29 अक्टूबर को केरल में ब्लास्ट हुआ है, जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हो गई है और 23 से अधिक घायल हो गए हैं। इस विस्फोट को आतंकी वारदात के तौर पर देखा जा रहा है।

यह ब्लास्ट एर्नाकुलम के कलामासेरी स्थित जामरा कन्वेंशन सेंटर में हुआ है। यहाँ आयोजित तीन दिवसीय यहोवा विटनेस सम्मेलन के तीसरे दिन का कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान सुबह 9:40 बजे धमका हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ मिनटों के अंतराल पर यहाँ तीन विस्फोट हुए हैं। विस्फोट के वजह के बारे में अभी जानकारी सामने नहीं आई है। हालाँकि, न्यूज 18 ने एक सोर्स के हवाले से कहा है कि विस्फोट का पैटर्न बताता है कि यह आतंकी हमला है।

यहोवा विटनेस के क्षेत्रीय प्रवक्ता टीए श्रीकुमार ने बताया कि प्रार्थना के कुछ सेकेंड बाद ही विस्फोट हो गया। पहला धमाका हॉल के बीच में हुआ। इसके कुछ सेकेंड बाद हॉल के दोनों तरफ धमाका हुआ। कहा जा रहा है कि जिस शख्स की जान गई है वह महिला है। वहीं, घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि घायलों में कई हालत चिंताजनक है।

इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में लगभग 2000 लोग शामिल हुए थे। कार्यक्रम में भाग लेने वालों महिलाएँ और छोटे-छोटे बच्चे भी थे। इनमें से ज्यादातर लोग अंगलामली से थे। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, फॉरेंसिक विभाग, बम स्क्वॉयड और NIA की टीम मौके पर पहुँच गए हैं। वहीं, नजदीकी कालामसेरी गवर्नमेंट हॉस्पिटल के डॉक्टरों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं और उन्हें तुरंत ड्यूटी पर पहुँचने के लिए कहा गया है।

बता दें कि यहोवा विटनेस (Jehovah’s Witnesses) ईसाई धर्म का एक पंथ है, जिसकी धार्मिक मान्यताएँ मुख्यधारा की ईसाईयत से थोड़ी अलग होती हैं। वैश्विक स्तर पर इसके कई कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं। इसमें भाग लेने वाले लोगों की संख्या भी काफी होती है। इन कार्यक्रमों में मुख्य रूप से बाइबल-आधारित बातचीत, नाटक और उनके प्रचार कार्य के वीडियो शामिल होते हैं।

हमास के नेेता ने केरल की रैली की किया था संबोधित

आतंकी संगठन हमास के एक बड़े नेता खालिद मशेल ने जमात-ए-इस्लामी की एक रैली को मल्लपुरम में वर्चुअली संबोधित किया था। हालाँकि, हमास नेता के संबोधित और इस कथित विस्फोट के बीच आपसी संबंध है या नहीं है, यह बात जाँच के बाद ही सामने आ पाएगी। लेकिन, अगर यह आतंकी हमला है तो इसके तार बहुत दूर तक जुड़े हो सकते हैं।

दरअसल, जिस राशिद माशेल ने जमात की फिलिस्तीन समर्थक रैली को वर्चुअली संबोधित किया था वह हमास का बड़ा नेता है। वह हमास के संस्थापक सदस्यों में से एक है। वह साल 2017 तक हमास पोलित ब्यूरो का चेयरमैन भी था। इजरायल को राशिद मशेल की भी तलाश है।

मल्लपुरम की रैली का पोस्टर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पोस्टर में हमास के आतंकी नेता खालिद मशेल की बड़ी-सी फोटो दिख रही है, जो हाथ हिलाने की मुद्रा में है। पोस्टर में 27 अक्टूबर 2023 की तारीख दी गई है। बैकग्राउंड में काले रंग के झंडे दिख रहे हैं। शाम 4:30 पर हुई इस रैली का मकसद फिलिस्तीन के लिए एकजुटता दिखाना था।

इस रैली के दौरान एक बड़ी स्क्रीन पर इस्लामी आतंकी संगठन हमास का आतंकी खालिद मशेल दिखा। उसने हाथों में फिलिस्तीन का झंडा लिए लोगों को सम्बोधित भी किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस रैली में भीड़ द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन और इजरायल के विरोध में नारेबाजी की गई। इस रैली में ‘बुलडोजर हिंदुत्व और यहूदियों को उखाड़ फेंको’ जैसे नारे लगाए गए।

बताते चलें कि इससे पहले भी सॉलिडेरिटी यूथ मूवमेंट फिलिस्तीन के समर्थन में रैलियाँ निकाल चुका है। पहले की रैलियों में उसने फिलिस्तीन के राजदूत को वर्चुअल तौर पर शामिल किया था। आतंकी संगठन हमास के किसी आतंकी नेता को भारत में हुई किसी रैली में इस तरह से पहली बार शामिल किया गया है।

इससे पहले गुरुवार (26 अक्टूबर 2023) को केरल के ही कोझिकोड में फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली हुई थी। इस रैली को कॉन्ग्रेस नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के प्रमुख सहयोगी आईयूएमएल (IUML) ने आयोजित किया था। रैली में कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर भी शामिल हुए थे। तब उन हमास को आतंकी संगठन कहने पर उनका काफी विरोध हुआ था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया