उन्नाव रेप आरोपित कुलदीप सिंह सेंगर के भाई मनोज सेंगर की हार्ट अटैक से मौत: रेप, हत्या सहित कई थे आरोप

मनोज सेंगर (साभार- न्यूज़ स्टेट)

उन्नाव दुष्कर्म मामले के आरोपित और भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई की मौत की ख़बर सामने आई है। पता चला है कि कुलदीप सेंगर के भाई और पूर्व ब्लॉक प्रमुख मनोज सेंगर को दिल्ली में हार्ट अटैक आया था, जिसकी वजह से देर रात उसकी अचानक मौत हो गई।

ख़बर के अनुसार, रविवार सुबह 3 बजे मनोज की तबीयत ख़राब हो गई थी। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल लेकर जाया गया। उसके बाद उनकी मौत हो गई। मनोज दिल्ली रहकर बड़े भाई कुलदीप सिंह सेंगर के मुक़दमों की पैरवी कर रहे थे। इसके अलावा, मृतक मनोज सेंगर के ख़िलाफ़ पीड़िता के सड़क हादसे की घटना में सीबीआई में मुक़दमा दर्ज है। जबकि उन्नाव दुष्कर्म कांड के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर इस समय जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मामले की सुनवाई अब दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में हो रही है।

जुलाई महीने जब दुष्कर्म पीड़िता रायबरेली में अपने चाचा से मिलकर वापस उन्नाव जा रही थी, तभी उसकी कार को एक ट्रक ने टक्कर मारी थी। जिसमें उसकी मौसी और चाची की मौत हो गई थी, जबकि पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

इस हादसे को लेकर कुलदीप सेंगर, उनके भाई मनोज सेंगर और आठ अन्य के ख़िलाफ़ सड़क दुर्घटना के एक मामले में पुलिस ने एक FIR दर्ज की थी। इन सभी के ख़िलाफ़ आईपीसी की कई धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई थी, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, आपराधिक धमकी और आपराधिक साज़िश शामिल हैं। रायबरेली में कार से टकराया यह ट्रक फतेहपुर के एक सपा नेता का था।

बता दें कि ‘सेंगर बंधुओं’ के हाथों हुए जघन्य अपराधों की फेहरिश्त उन्नाव दुष्कर्म मामले पर आकर नहीं ख़त्म होती। अपने लिए न्याय की गुहार लगा रहे डीआईजी रैंक के उत्तर प्रदेश कैडर के एक आईपीएस अधिकारी राम लाल वर्मा पर ‘सेंगर बंधुओं’ ने चार गोलियाँ दागी थी, जो उनके सीने और पेट में लगी थीं। उत्तर प्रदेश में ख़ासा रसूख रखने वाले सेंगर बंधुओं ने आईपीएस अफसर वर्मा पर जानलेवा हमले के अहम दस्तावेज़ न सिर्फ़ ग़ायब करवाए थे, बल्कि मामले की सुनवाई भी वर्षों तक टलवा दी थी।

इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने गैंगरेप के एक दूसरे मामले में एक और चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में कुलदीप सिंह सेंगर की क़रीबी शशि सिंह के बेटे शुभम सिंह का भी नाम शामिल थे। चार्जशीट के मुताबिक़, तीनों आरोपितों ने 4 जून की घटना के एक सप्ताह बाद कथित रूप से पीड़िता का अपहरण और सामूहिक बलात्कार किया था।

ग़ौरतलब है कि 4 जून 2017 को आरोपित कुलदीप सिंह सेंगर पर एक नाबालिग ने रेप का आरोप लगाया था और 11 जून को पीड़िता अचानक गायब हो गई। पुलिस ने नाबालिग को 20 जून को ओरैया से बरामद किया और अगले दिन उसे उन्नाव लाया गया। इस मामले की पूरी A से Z तक की कहानी जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया