राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर हमले की साजिश का पर्दाफाश: यूपी ATS ने ISIS के इनामी आतंकी फैज़ान को दबोचा, AMU से कर रहा था पढ़ाई

आईएसआईएस का संदिग्ध आतंकी फैजान बख्तियार अलीगढ़ से गिरफ्तार (फोटो साभार : News18)

इस्लामी आतंकी संगठन ISIS से जुड़े एक संदिग्ध आतंकवादी को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। यूपी एटीएस ने आतंकी फैजान बख्तियार को गिरफ्तार किया है। फैजान पर 25 हजार रुपए का ईनाम रखा गया था। फैजान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) से पढ़ाई कर रहा था। वो यहाँ AMU के कट्टरपंथी छात्र संगठन सामू (SAMU) के साथ ही ISIS से भी जुड़ा था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फैजान बख्तियार ISIS के अलीगढ़ मॉड्यूल का हिस्सा है। वो AMU से मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रहा है। यहाँ उसने मास्टर ऑफ सोशल वर्क में एडमिशन लिया था और वो स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (SAMU) से जुड़कर आईएसआईएस के के काम को आगे बढ़ा रहा था। उसने रिजवान के जरिए आईएसआईएस के प्रति निष्ठा की भी शपथ (बैयत) ली थी।

ISIS के अलीगढ़ मॉड्यूल से जुड़े आतंकियों की धरपकड़ के बाद उसका नाम सामने आया था, लेकिन वो फरार हो गया था। उस पर यूपी एटीएस ने 25 हजार का ईनाम भी रखा था। अब्दुल समद मलिक पर भी 25 हजार का ईनाम घोषित है। दोनों के नाम अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक की गिरफ्तारी के बाद सामने आए थे। 24 साल का फैजान मूल रूप से प्रयागराज का रहने वाला है।

ये सभी आतंकी अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विघ्न डालना चाहते थे। उन्होंने देश के कई इलाकों में आतंकी हमलों की साजिश रची थी। इसके लिए उन्होंने कई इलाकों की रेकी भी कर रखी थी। हालाँकि, पहले से ही सतर्क सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले साल अक्टूबर-नवंबर से इनकी गिरफ्तारियाँ शुरू कर दी थी। इसके बाद यह पूरा मॉड्यूल ध्वस्त हो गया।

फैज़ान और अब्दुल हैं मुल्जिम नंबर 7 और 8

ऑपइंडिया ने अपनी रिपोर्ट में अब्दुल समद और फैजान बख्तियार दोनों के बारे में बताया था। ऑपइंडिया ने 13 नवंबर 2023 की रिपोर्ट में अब्दुल समद मलिक और फैज़ान बख्तियार का जिक्र किया था। फैज़ान बख्तियार और अब्दुल समद मलिक के खिलाफ UP ATS ने 3 अक्टूबर 2023 को लखनऊ में FIR दर्ज करवाई थी। इस FIR में 10 आरोपित नामजद हैं, जबकि 11 वें नंबर पर अन्य दर्ज किया गया है।

अब्दुल समद मलिक इस केस में 6वें और फैज़ान बख्तियार 7वें नंबर के आरोपित हैं। इन दोनों का पता अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के ‘वीएम हॉल’ बताया गया है। इन सभी आतंकियों पर IPC की धारा 121- A, 122 के साथ विधि विरुद्ध क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1967 के तहत कार्रवाई की गई है।

ATS की FIR के मुताबिक, फैज़ान बख्तियार और अब्दुल समद मलिक सोशल मीडिया के साथ कई अन्य माध्यमों से ISIS की विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहे थे। ये दोनों अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कई युवाओं को कट्टरपंथ की राह पर धकेलने की कोशिशों में जुटे थे। इस मॉड्यूल के 8 आतंकियों को अभी तक गिरफ्तार किया जा चुका है।

इस गैंग की सक्रियता ख़ास कर अलीगढ़, संभल, प्रयागराज, लखनऊ, रामपुर और कौशाम्बी आदि जिलों में थी। अन्य आतंकियों के साथ अब्दुल समद और फैज़ान बख्तियार भी कई ऐप के माध्यम से पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के फरमान पर भारत विरोधी काम कर रहे थे। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।

ATS ने अपनी FIR में माना है कि फैज़ान और अब्दुल सहित इसके बाकी SAMU ग्रुप के साथ भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने जैसी साजिश रच रहे थे। इस साजिश को अंजाम देने के लिए घातक हथियार भी जमा करने में जुटे हुए थे। इनके निशाने पर देश के कई हिस्से थे, जहाँ ये अपनी आतंकी करतूतों को अंजाम दे सकें।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया