उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में ग्रूमिंग जिहाद से जुड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक नाबालिग हिंदू लड़की को पाँच साल तक प्रेमजाल में फंसाकर उसका ब्रेनवॉश करने और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए दबाव डालने का आरोप लगा है। घटना मंझनपुर थाना क्षेत्र की है, जहाँ पीड़िता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने मुख्य आरोपित इजहार समेत 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जाँच कर रही है।
दोस्ती से शुरू हुआ खेल, प्यार की आड़ में धर्मांतरण का षड्यंत्र
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी 17 वर्षीय बेटी, जो कक्षा 10 की छात्रा है, को इजहार नाम के युवक ने पिछले पाँच साल से अपने प्रेमजाल में फंसा रखा था। शुरुआत में यह मामला सिर्फ दोस्ती का था, लेकिन धीरे-धीरे इजहार ने नाबालिग पर मानसिक दबाव डालकर उसका ब्रेनवॉश किया और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया।
पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में कहा, “इजहार मुझे पिछले चार-पाँच साल से परेशान कर रहा था। उसने मुझे बुर्का और कुरान दी और मुझसे निकाह करने की बात करता था। उसने मुझ पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव डाला, यह कहते हुए कि हिंदू धर्म अच्छा नहीं है।”
परिवार की चिंता और कार्रवाई
लड़की के पिता ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को कई बार इजहार के साथ देखा था, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि इजहार उनकी बेटी को धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहा है। कुछ दिन पहले जब पिता ने घर की अलमारी की जाँच की, तो उन्हें वहां से एक बुर्का और कुरान मिली, जो कि उनकी बेटी को इजहार ने दी थी। यह देखकर पिता ने तुरंत थाने पहुँचकर शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत में पिता ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इजहार का विरोध किया, तो उसने गाली-गलौज की और कहा कि “मैं तुम्हारी बेटी को मुस्लिम बना चुका हूँ और जल्द ही उसे अपने साथ ले जाऊंगा, कोई रोक नहीं पाएगा।”
पुलिस का बयान और कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और मुख्य आरोपित इजहार को गिरफ्तार कर लिया। कौशांबी के सीओ अभिषेक सिंह ने बताया, “मंझनपुर थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि उनकी नाबालिग बेटी का ब्रेनवॉश कर उसे धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जा रहा है। हमने मुख्य आरोपित इजहार समेत 5 लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया है। इजहार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, और मामले की जाँच चल रही है।”
पुलिस ने नाबालिग के पास से बुर्का और कुरान भी बरामद की है। अधिकारियों ने बताया कि इजहार ने अपनी योजना के तहत पीड़िता को मानसिक रूप से प्रभावित किया और उसका धर्मांतरण करने की कोशिश की। इस मामले में अन्य आरोपित भी जाँच के घेरे में हैं, और पुलिस इस साजिश से जुड़े अन्य पहलुओं की जाँच कर रही है।
हिंदू संगठनों की नाराजगी और माँग
घटना के बाद जिले में हिंदू संगठनों का आक्रोश बढ़ गया है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के जिला सहमंत्री वेद प्रकाश सत्यार्थी ने कहा, “जिले में एक मदरसे के जरिए धर्मांतरण की घटनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। कट्टर इस्लामिक संगठन यहाँ हिंदू बहन-बेटियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनका ब्रेनवॉश कर रहे हैं और धर्मांतरण कर निकाह के लिए मजबूर कर रहे हैं। हम पुलिस प्रशासन से माँग करते हैं कि इस मामले की गंभीरता से जाँच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।”
वेद प्रकाश सत्यार्थी ने आगे कहा कि कौशांबी में इस तरह की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। “यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का मामला सामने आया है। कई बार कट्टरपंथी संगठन प्रेमजाल में फंसाकर हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण करने की कोशिश करते हैं। प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।”
पीड़िता का भविष्य और परिवार की सुरक्षा पर सवाल
पीड़िता के पिता ने अपनी चिंता जताते हुए कहा कि इस घटना के बाद से उनका परिवार डरा हुआ है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपनी बेटी और परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, “हमारे परिवार पर बहुत बड़ा संकट आ गया है। हमारी बेटी का भविष्य खतरे में है, और हम नहीं चाहते कि उसे किसी भी तरह का नुकसान हो।” पुलिस ने फिलहाल मामले में पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई है और कहा है कि वह मामले की पूरी गहराई से जाँच करेंगे।
सीओ अभिषेक सिंह ने बताया कि मामले की जाँच क्षेत्राधिकारी मंझनपुर द्वारा की जा रही है, और अन्य आरोपियों की भूमिका भी जाँच के दायरे में है। पुलिस ने कहा है कि वे जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी करेंगे और इस मामले में दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
इस घटना ने कौशांबी के लोगों के बीच डर और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है। वहीं, पुलिस की त्वरित कार्रवाई से लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद है, जबकि इस तरह के मामलों पर सख्त कार्रवाई की माँग तेजी से बढ़ रही है।