कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हिंसा: नुपूर शर्मा के विरोध में मस्जिदों से ऐलान, पुलिस पर भी पत्थरबाजी

पुलिस के मुताबिक कानपुर हिंसा की शुरुआत पेंचबाग़ इलाके में पथराव से हुई (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में शुक्रवार (3 जून 2022) को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जमकर पत्थरबाजी की। इसमें 6-7 हिन्दू बुरी तरह से घायल हुए हैं। कट्टरपंथी मुस्लिम दिल्ली बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मुहम्मद को लेकर दिए गए कथित बयान से नाराज हैं। पत्थरबाजी कर रहे मुस्लिमों को जब पुलिस ने रोका तो इन्होंने पुलिस पर भी जमकर पत्थर बरसाए।

रिपोर्ट के मुताबिक, घटना परेड चौराहे की है। हालात बिगड़ते देख भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया, हालाँकि, पत्थरबाजी जारी रही। इसके बाद उन्मादी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठियाँ भाँजी गई और टियर गैस के गोले दागे। बताया जाता है कि नूपुर शर्मा के बयान को लेकर जौहर फैंस एसोसिएशन और दूसरी मुस्लिम तंजीमों ने गुरुवार को ही बाजार बंद कराने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद आज जुमे की नमाज के बाद कथित शांतिप्रिय समुदाय ने सड़क पर आकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया।

सुबह से ही चमनगंज, मेस्टन रोड बाबू पुरवा, दलेल पुरवा, कर्नलगंज हीरामन पुरवा समेत कई इलाकों में पूर्ण या आँशिक बंदी थी। पुलिस ने मुस्लिमों को किसी भी तरह के प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी थी, लेकिन जुमे की नमाज के दौरान विभिन्न मस्जिदों से एक संदेश दिया गया कि वो पैगंबर मुहम्मद पर किसी भी तरह की टिप्पणियों क बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं नमाज के बाद कट्टरपंथी सड़क पर उतर आए।

बहरहाल कानपुर के पुलिस कमिश्नर का कहना है कि अब हालात सामान्य हो गए हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ये मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। हालात को कंट्रोल में करने के बाद अब पुलिस ये पता लगाने में जुट गई है कि पत्थरबाजी में कौन लोग शामिल थे।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज कानपुर के दौरे पर हैं। इनके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ भी हैं। अपने इस दौरे के दौरान पीएम मोदी राष्ट्रपति कोविंद के गाँव परौंख भी गए।

क्या है पूरा मामला

बीते दिनों फैक्ट चेक के नाम पर प्रोपेगेंडा फैलाने वाले ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने बीजेपी नेता का एक ट्विस्टेड स्पीच ट्वीट कर ट्रोल्स को उकसाया था। जिसके बाद इस्लामिक कट्टरपंथियों ने नूपुर शर्मा को गला काटने की भी धमकी दी थी। हालाँकि, ये मामला यहीं नहीं थमा, इस्लामिक कट्टरपंथियों ने बीजेपी प्रवक्ता की हत्या करने पर ईनाम रखने लगे। AIMIM (इंकलाब) ने भाजपा नेता नूपुर शर्मा की हत्या पर ₹1 Cr इनाम घोषित कर दिया।

नूपुर शर्मा पर तमाम तरह की हिंसक वारदातों में आरोपित रज़ा एकेडमी ने पहली FIR मुंबई में दर्ज करवाई थी। इसके बाद एक मदरसे के मौलवी ने दूसरा केस मुंबई के ही मुम्ब्रा थाने में दर्ज करवाया था। नूपुर पर तीसरी FIR हैदराबाद के साइबर क्राइम थाने में 31 मई 2022 दर्ज हुई थी। इसके बाद पुणे के कोंढवा थाने में भी उनके खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई गई। इस्लामिक कट्टरपंथियों को भड़काने का काम मोहम्मद जुबैर ने किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया