सांप्रदायिक हिंसा पर झूठी खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई: तेलिनीपाड़ा की आग के बाद WB गृह विभाग की चेतावनी

पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा (फोटो साभार: twitter)

पश्चिम बंगाल गृह विभाग ने सोमवार (मई 11, 2020) को सोशल मीडिया पर फर्जी खबर पोस्ट करने और प्रसारित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। बता दें कि यह चेतावनी रविवार (मई 10, 2020) को पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के तेलिनीपाड़ा में भड़की सांप्रदायिक झड़प को लेकर दी गई।

राज्य के गृह विभाग ने ट्विटर पर लिखा, ”कल शाम को जिन्होंने तेलिनीपाड़ा में शांति भंग करने की कोशिश की, उनके खिलाफ तीव्र और कठोर कार्रवाई की गई है। स्थिति को तुरंत नियंत्रण में लाया गया। तेलिनीपाड़ा अब शांतिपूर्ण है।”

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गृह विभाग ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “पुलिस किसी भी उकसावे की अनुमति नहीं देगी और जो कोई भी गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर फर्जी खबर पोस्ट करने और प्रसारित करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

इससे पहले बताया गया था कि रविवार रात पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के तेलिनीपाड़ा में दो समूहों के बीच सांप्रदायिक झड़प के बाद 37 लोगों को हिरासत में लिया गया है। शांति सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ी पुलिस टीम को तनावग्रस्त तेलिनीपाड़ा इलाके में तैनात किया गया था। पिछले 24 घंटों में कोई और घटना नहीं हुई है।

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बीजेपी पश्चिम बंगाल इकाई ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि हुगली के तेलिनीपाड़ा में एक ‘खास’ समुदाय के लोग हिंसक हो गए थे। पश्चिम बंगाल में, ममता बनर्जी के TMC द्वारा संरक्षित ‘वोट बैंक’ कानून के किसी डर के बिना कोरोना वायरस के दिशा-निर्देशों की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं।

भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया है कि हुगली में मुस्लिमों द्वारा हिंदुओं का घर जलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि समुदाय विशेष के लोगों द्वारा हुबली जिले के तेलिनीपाड़ा के ताँतीपारा, महात्मा गाँधी स्कूल के पास शगुनबागान और फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ स्कूल के पास लगातार आगजनी और लूटपाट की जा रही है। वहाँ का प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।

https://twitter.com/anirbanganguly/status/1259692965439700992?ref_src=twsrc%5Etfw

जानकारी के मुताबिक इस दौरान बम भी फेंके गए। कथित तौर पर वार्डिबज़ार में कुछ कोरोना वायरस वायरस मामले हैं और कई लोग क्वारंटाइन में हैं। यहाँ से 10 लोग जब तेलिनीपाड़ा गए और वहाँ उन्होंने सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया, जिस पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई और झड़प शुरू हो गई।

चंद्रनगर के पुलिस आयुक्त हुमायूँ कबीर ने बताया कि कुछ लोगों को ‘कोरोना’ बोलने को लेकर बहस शुरू हुई। और फिर जब उन्हें शौचालय में जाने से रोका गया तो यह बहस झड़प में तब्दील हो गई।

हुगली की सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि हिंदुओं के घरों को जलाया जा रहा है और कमिश्नर उनका फोन भी नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये हमला पूर्व नियोजित था।

वहीं बंगाल भाजपा प्रमुख और सांसद ने कहा, “बम और बंदूकों का इस्तेमाल किया गया और झड़प सांप्रदायिक हो गया। बंगाल में कानून और व्यवस्था के टूटने का एक और उदाहरण। कोरोना के खिलाफ लड़ाई एक सांप्रदायिक लड़ाई में बदल गई।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया