देश में एक ओर जहाँ तीन तलाक पर कानून बनने के बाद भी उस पर बहस नहीं रुक रही, वहीं दूसरी ओर इससे जुड़े मामले भी कम होने का नाम नहीं ले रहे। हालिया मामला बिहार के पटना का है। जहाँ नूरी फातमा नाम की महिला को उसके पति ने सिर्फ़ इसलिए तलाक दे दिया क्योंकि उसने मॉर्डन बनने और शराब पीने से मना कर दिया था। मिली जानकारी के अनुसार महिला ने इस संबंध में महिला आयोग को शिकायत की है और अपने पति को नोटिस भी भेजा।
नूरी फातमा के अनुसार उसका निकाह इमरान मुस्तफा से 2015 में हुआ था। इसके बाद दोनों दिल्ली शिफ्ट हो गए थे। लेकिन यहाँ आने के कुछ दिन बाद उसने मुझसे मॉडर्न लड़कियों की तरह रहने को कहा, वो चाहता था कि नूरी छोटे कपड़े पहने, नाइट पार्टी में जाएँ, और शराब पिए। लेकिन जब उसने ऐसा करने से मना किया तो वो उसे हर रोज मारने लगा।
“मुस्तफा चाहता था कि मैं छोटे कपड़े पहनूँ, रात में पार्टी में चलूँ और शराब का सेवन करूँ। जब मैंने ऐसा करने से मना कर दिया तो उसने हर दिन मेरी पिटाई की।”
https://twitter.com/ani_digital/status/1183182344863260672?ref_src=twsrc%5Etfwमहिला ने आरोप लगाया, “कई सालों तक मुझपर अत्याचार करने के बाद, कुछ दिन पहले उसने मुझे उसका घर छोड़ने को कहा। लेकिन जब मैंने मना किया, तो उसने मुझे तीन तलाक दे दिया।”
इस मामले के संबंध में बिहार राज्य की महिला आयोग अध्यक्ष दिलमानी मिश्रा ने बताया कि महिला का पति उसे हमेशा परेशान करता था और वे उसका जबरन दो बार गर्भपात भी करवा चुका था। लेकिन अब आयोग ने इस मामले पर संज्ञान ले लिया है। उन्होंने बताया कि एक सितम्बर को तलाक दिया गया था और उन्होंने महिला के पति को नोटिस भेज दिया है।
गौरतलब है कि 1 अगस्त को राष्ट्रपति कोविंद ने तीन तलाक को अपराध करार देने वाले ऐतिहासिक विधेयक को अपनी मंजूरी दी थी। उनके हस्ताक्षर के साथ ही तीन तलाक कानून बन गया था। जिसको 19 सितंबर 2018 से लागू माना जाता है।