मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित मौनतीर्थ पीठ के महंत और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉक्टर सुमनानंद गिरि पत्र भेजकर एक बार फिर जान से मारने की धमकी दी गई है। प्रयागराज के करेली से सगीर अहमद के नाम से उर्दू में लिखकर भेजे गए पत्र में कहा गया है कि ‘तुम बार-बार नबी की तौहीन करते हो। तुम अच्छी तरह जानते हो कि गुस्ताख-ए-रसूल की एक सजा जिस्म से जिस्म को जुदा करना है।’
इसमें उर्दू में लिखा गया है, “काफिर सुमन आनंद, तू बार-बार नबी की तौहीन करता है। नामुराद, तुम अच्छी तरह जानते हो कि गुस्ताख-ए-रसूल की एक सजा जिस्म से जिस्म को जुदा करना है। तुम बहुत मुनाफिक (पाखंडी) और बदतमीज आदमी हो। तुम्हारी जिंदगी हमारे रहम-ओ-करम पर है। खामोश सफर में तुम हमारी जमात को मुसलसल गुमराह कर रहे हो। हम तुम्हारे लिए कयामत का इंतजार नहीं करेंगे।”
भास्कर के अनुसार, चिट्ठी में आगे है, “तुम खुद एक मरदूद (बहिष्कृत) हो। अल्लाह ने खुद तुमको तोड़ा है, लेकिन शैतान तुम्हारे दिमाग में दाखिल होकर धोखा दे रहा है। हम अपने दीन और ईमान की हिफाजत में पूरी तरह मजबूत हैं। राम मंदिर पर एक दिन अजान गूंजेगी। अपने आप को बचा सकते हो तो बचा लो। इंशाल्लाह हम कामयाब होंगे।” सुमनानंद ने कहा कि उन्हें पहले भी कई तरह से धमकियाँ मिल चुकी हैं।