श्रीधरन से जवाब पाने के बाद केजरीवाल पुराने अंदाज में, कहा बीजेपी का आदमी है ये

आतिशी मार्लेना, अरविंद केजरीवाल, और मनीष सिसोदिया

दिल्ली मेट्रो के प्रिंसिपल एडवाइजर ‘मेट्रो मैन’ ई श्रीधरन ने मेट्रो में महिलाओं को मुफ़्त यात्रा के प्रस्ताव पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की चिट्ठी का जवाब दिया था। उन्होंने फ्री मेट्रो राइड को चुनावी पैंतरा बताया था। मेट्रो मैन की इस प्रतिक्रिया का जवाब आम आदमी पार्टी की ओर से दिया गया है। प्रेस कॉन्फ़्रेस के ज़रिए आप पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता आतिशी ने कहा कि श्रीधरन द्वारा लिखे गए पत्र की भाषा को देखने से, यह स्पष्ट रूप से लगता है कि भाजपा उनका इस्तेमाल एक राजनीतिक हथियार के रूप में कर रही है। वह वही कह रहे हैं जो बीजेपी कहना चाहती है, लेकिन वो खुलकर नहीं कह सकती क्योंकि वो बातें जन-विरोधी हो सकती हैं।

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महिलाओं के लिए मेट्रो में मुफ़्त यात्रा योजना पर मेट्रो मैन की आपत्ति पर आतिशी ने कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर महिलाओं की मुफ़्त यात्रा से दिल्ली मेट्रो पर अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ेगा, तो जब केंद्र सरकार ने मेट्रो में वरिष्ठ नागरिकों और विद्यार्थियों के लिए किराए में छूट का प्रस्ताव रखा था तब श्रीधरन ने आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराई? आप प्रवक्ता ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के प्रस्ताव में क्रॉस सब्सिडी की बात कही गई थी यानी सीनियर सिटिजन और विद्यार्थियों को जो छूट दी जाएगी उसकी वसूली मेट्रो में यात्रा करने वाले दूसरे यात्रियों से की जाएगी। इस पर आतिशी ने कहा कि केंद्र सरकार के उस प्रस्ताव पर ई श्रीधरन ने आपत्ति क्यों नहीं जताई?

बता दें कि दिल्ली मेट्रो के पहले प्रबंध निदेशक और ‘मेट्रो मैन’ के नाम से मशहूर ई श्रीधरन ने मेट्रो में महिलाओं को मुफ़्त यात्रा की सुविधा देने की आम आदमी पार्टी सरकार की पहल को मेट्रो के लिए नुकसानदायक बताया था। उन्होंने सुझाव दिया कि छूट की राशि सीधे महिलाओं के खाते में ट्रांसफर की जाए। इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी।

दिल्ली मेट्रो के सलाहकार श्रीधरन द्वारा लिखी चिट्ठी पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री ने कड़ी आपत्ति जताते हुए जवाब में लिखा, “मुझे आश्चर्य के साथ-साथ आपकी चिट्ठी पर दुख भी है, जिसमें आपने मेट्रो में महिलाओं को फ्री यात्रा का खर्च दिल्ली सरकार द्वारा उठाने के प्रस्ताव का विरोध किया है।” बेशक, उस समय सिसोदिया और AAP सहित, उनके तमाम समर्थक मीडिया को वह सिसोदिया का मास्टर स्ट्रोक नज़र आया हो। लेकिन यह क़दम व्यवहारिक तो नहीं है, ऐसा कई विशेषज्ञों ने भी दावा किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया