अशोक गहलोत की सरकार फिर से संकट में? कहा – ‘BJP कर रही राजस्थान सरकार गिराने का प्रयास’

अशोक गहलोत (फाइल फोटो)

कुछ महीने पहले ही राजस्थान कॉन्ग्रेस में शीर्ष नेतृत्व के बीच लंबा संघर्ष चला था। सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच राजनीतिक खींचतान का लंबा दौर चला था। इसी कड़ी में अब फिर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर उनकी सरकार गिराने के प्रयास का आरोप लगाया है। भाजपा ने इस मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा है कि अशोक गहलोत सरकार चलाने में पूरी तरह असफल रहे हैं। वह अपनी हताशा के चलते इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। 

सिरोही जिला के शिवगंज नगर स्थित पार्टी के नए कार्यालय का उद्घाटन करते हुए अशोक गहलोत ने भाजपा पर तमाम आरोप लगाए। राजस्थान के मुख्यमंत्री के मुताबिक़, “यह लोग (भाजपा) निर्वाचित सरकारों को गिराने का प्रयास करते हैं। राजस्थान में फिर से वही खेल शुरू कर चुके हैं और यही इनकी मानसिकता है। लोग तो यह भी कह रहे हैं कि ये लोग महाराष्ट्र सरकार को निशाना बना रहे हैं।” 

इस आभासी आयोजन (वर्चुअल इवेंट) के दौरान ऑल इंडिया कॉन्ग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेट्री अजय माकन और प्रदेश कॉन्ग्रेस के मुखिया गोविंद सिंह दोतासरा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर आरोप लगाया, “भाजपा ने पहले भी रुपयों की मदद से सरकार गिराने का प्रयास किया है। सभी ने देखा था कैसे धर्मेंद्र प्रधान और सैय्यद ज़फर की मौजूदगी में तमाम विधायक गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे। बैठक घंटों चली थी। बैठक के बाद विधायकों का कहना था कि वह इस बात से शर्मिंदा थे कि गृह मंत्री मिठाई और नमकीन दे रहे हैं।” 

अशोक गहलोत का कहना था कि रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन, केसी वेणुगोपाल और अविनाश पांडे ने पूरे राज्य में अभियान चलाया। साथ ही लगातार प्रयास किया कि सरकार पूरी तरह सुरक्षित रहे।

अशोक गहलोत का जवाब देते हुए भाजपा विधायक और पार्टी प्रवक्ता राम लाल शर्मा ने कहा, “भाजपा ने सरकार गिराने का प्रयास कभी नहीं किया। जो कुछ भी हुआ था, उसकी वजह सिर्फ और सिर्फ कॉन्ग्रेस की आंतरिक कलह थी। अगर मुख्यमंत्री को अपने विधायकों पर संदेह है, तो वह उन पर जाँच का आदेश क्यों नहीं देते हैं। राजस्थान सरकार को किसी भी तरह का नुकसान होता है, तो उसका कारण भीतरी कलह होगी।” 

राजस्थान में आए राजनीतिक संकट के दौरान सचिन पायलट को डिप्टी सीएम के पद से हटा दिया गया था और उनके गुट के दो मंत्रियों को भी मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इस बीच अशोक गहलोत सचिन पायलट पर खुल कर हमला किया था। सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि उनके यहाँ उपमुख्यमंत्री खुद ही डील कर रहे हैं। सरकार के खिलाफ षड्यंत्र में उपमुख्यमंत्री खुले रूप से शामिल हैं। 

सचिन पायलट पर हमला बोलते हुए अशोक गहलोत ने कहा था, “अच्छी अंग्रेजी बोलना, अच्छी बाइट देना और खूबसूरत (हैण्डसम) होना सब कुछ नहीं है। देश के लिए आपके दिल में क्या है, आपकी विचारधारा, नीतियाँ और प्रतिबद्धता, यह अहम है।” इसके पहले अशोक गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके सिवा कोई और प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता था। उन्होंने कहा था कि विधानसभा चुनाव में ग्रामीण लोगों की यह भावना थी कि वे (अशोक गहलोत) ही मुख्यमंत्री बनें।    

   

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया