BJP नेता की मौत मामले में CM नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव समेत 6 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज: लगे मर्डर और हत्या के प्रयास जैसे कई गंभीर आरोप

नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव (फाइल फोटो, साभार: IndiaTv)

बिहार की राजधानी पटना में विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता की मौत हो गई थी। इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 6 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई। BJP नेता कृष्णा सिंह कल्लू ने यह शिकायत दर्ज कराई। भाजपा का आरोप है कि पुलिस की लाठीचार्ज में पार्टी कार्यकर्ता की मौत हुई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह की मौत और लाठीचार्ज को लेकर भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू ने पटना की सिविल कोर्ट में शिकायत दी है। इस शिकायत में कृष्णा सिंह ने सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पटना एसएसपी राजीव मिश्रा और कलेक्टर चन्द्रशेखर सिंह समेत 6 लोगों पर आरोप लगाए हैं। यह शिकायत भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302, 307, 341, 323 के तहत दर्ज की गई है।

क्या है मामला

बिहार में शिक्षक अभ्यर्थी अपनी माँगों को लेकर सरकार का विरोध कर रहे हैं। राजधानी पटना के गाँधी मैदान में गुरुवार (13 जुलाई 2023) को शिक्षक अभ्यर्थियों के समर्थन में भाजपा कार्यकर्ता भी प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इसके कई वीडियो भी सामने आए थे। इसके बाद BJP नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि पुलिस की लाठीचार्ज में पार्टी नेता की मौत हो गई। इसको लेकर बीजेपी लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है। मीडिया ने भी इस मुद्दे को कवर किया था। 

हालाँकि बाद में पुलिस ने कहा था कि विजय कुमार सिंह की मौत लाठीचार्ज से नहीं हुई। पुलिस ने ‘हल्का बल’ प्रयोग किया था। यही नहीं एससपी राजीव कुमार मिश्रा ने इस मामले की जाँच के दौरान मृतक विजय सिंह के साथी भरत प्रसाद चंद्रवंशी के बयान के आधार पर इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जाँच की। इससे यह सामने आया था कि विजय सिंह दोपहर में 1: 22 पर गाँधी मैदान के जेपी गोलंबर से निबंधन कार्यालय छज्जूबाग की तरफ जा रहे हैं जो डाकबंगला रोड से अलग है। 1: 27 पर उसी रास्ते में उन्हें दुर्गा अपार्टमेंट के सामने खाली रिक्शा दिखता है और यहाँ से रिक्शा लेकर वो 5 मिनट दूरी पर स्थित तारा अस्पताल पहुँचते हैं।

एसएसपी के अनुसार, विजय सिंह के साथ जो भी हुआ वो इन्हीं 5 मिनटों में छज्जूबाग क्षेत्र में हुआ। वे डाकबंगला के पास नहीं थे। जहाँ दोपहर के लगभग एक बजे भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्के बल का प्रयोग हुआ। वहीं छज्जूबाग क्षेत्र में कोई पुलिस बल नहीं था। इसलिए विजय सिंह की मौत लाठीचार्ज से नहीं हुई। 

इस पूरे मामले में BJP नीतीश सरकार पर हमलवार है और इस्तीफे की माँग कर रही है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने नीतीश कुमार की तुलना जनरल डायर से की है। उन्होंने कहा है, “अंग्रेजों ने साइमन कमीशन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ जैसा किया था बिहार सरकार ने भी वैसा ही किया है। पटना की सड़कों पर जिस तरह की बर्बरता की गई वह जनरल डायर की याद दिलाती है। वास्तव में, बिहार में जंगलराज 3.0 आ गया है।” ज्ञात हो कि साल 1919 में पंजाब के अमृतसर में स्थित जलियावाला बाग में साइमन कमीशन का विरोध कर रहे लोगों पर जनरल डायर ने ताबड़तोड़ गोलियाँ चलवाईं थीं। इस घटना में सैकड़ों लोग काल के गाल में समा गए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया