मोदी सरकार में मंत्री बनेंगे पवार पिता-पुत्री? महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित ने चाचा को दिया ऑफर, पूर्व मुख्यमंत्री के हवाले से रिपोर्ट में दावा

शरद पवार को अजित के ऑफर से चढ़ा महाराष्ट्र का सियासी पारा (फाइल फोटो, साभार: IndiaToday)

एक मीडिया रिपोर्ट ने फिर से महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ा दिया है। इसके अनुसार उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार और उनकी सांसद बेटी सुप्रिया सुले को केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बनने का ऑफर दिया है। कथित तौर पर अजित ने यह प्रस्ताव 12 अगस्त 2023 को शरद पवार के साथ ‘सीक्रेट मीटिंग’ में दी थी।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने अजित के इस ऑफर का दावा कॉन्ग्रेस के एक पूर्व मुख्यमंत्री के हवाले से किया है। हालाँकि रिपोर्ट में इस नेता की पहचान नहीं बताई गई है। रिपोर्ट में इस अनाम पूर्व मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया है, “अजीत ने अपने चाचा से कहा था कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री या नीति आयोग उपाध्यक्ष का पद दिया जाएगा। वहीं सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल को क्रमशः केंद्र और राज्य सरकार में शामिल किया जाएगा।” पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया है कि शरद पवार ने भतीजे के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। साथ ही कहा है कि वह किसी भी तरह से भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।

शरद पवार और अजित पवार की 12 अगस्त को पुणे के बिजनेसमैन अतुल चोरड़िया के घर पर ‘सीक्रेट मीटिंग’ हुई थी। मीटिंग में शरद पवार के साथ जयंत पाटिल भी थे। चाचा-भतीजे की इस मुलाकात पर महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, कॉन्ग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने नाराजगी जताई थी। कॉन्ग्रेस और शिवसेना (UBT) का कहना था कि एनसीपी को दो फाड़ करने के बाद अजित पवार एनडीए में शामिल हो गए हैं, इसलिए शरद पवार को उनसे नहीं मिलना चाहिए।

नाना पटोले ने यह भी कहा था कि इस तरह की मीटिंग स्वीकार नहीं की जाएगी। इसके बारे में राहुल गाँधी को भी जानकारी दी गई है। वहीं, यूबीटी शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है, “अजित पवार को पवार साहब ने बनाया। शरद पवार को अजित पवार ने नहीं बनाया। 60 साल से भी ज्यादा समय पवार साहब संसदीय राजनीति में बिता चुके हैं। 4 बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। केंद्रीय मंत्री भी रहे। शरद पवार का कद बहुत बड़ा है। ये जूनियर लोग हैं, ये क्या ऑफर देंगे?”

अजित पवार के साथ हुई ‘सीक्रेट मीटिंग’ को शरद पवार ने पारिवारिक मुलाकात करार दिया था। उन्होंने कहा था कि वे उनके भतीजे हैं और परिवार के सदस्य से मुलाकात में कुछ बुराई नहीं है। उन्होंने कहा था कि अगर परिवार के वरिष्ठ व्यक्ति किसी अन्य सदस्य से मिलना चाहता हो तो इससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। NCP को अपनी पार्टी बताते हुए कहा था कि वो उनकी पार्टी भाजपा के साथ किसी भी कीमत पर नहीं जाएगी। उन्होंने अजित पवार का नाम लिए बिना कहा था कि पार्टी के कुछ लोगों ने अलग रुख अपनाया है। कुछ शुभचिंतक उनके रुख में बदलाव के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसलिए सौहार्दपूर्ण वातावरण में चर्चा हो रही है। बता दें कि 2 जुलाई को अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी का एक गुट महाराष्ट्र की एनडीए सरकार में शामिल हो गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया