टुकड़े-टुकड़े गैंग को समर्थन देकर कॉन्ग्रेस अपने अंतिम पड़ाव पर पहुँच गई: जावड़ेकर

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कॉन्ग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि वह मुख्यधारा की पार्टी से हाशिए पर यानी कि अपने अंतिम पड़ाव पर पहुँच गई है, जिसे अब टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करने के बावजूद अपना भविष्य नहीं दिखाई दे रहा है। जावड़ेकर ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस बयान को ख़ारिज कर दिया कि मोदी के शासन में लोकतंत्र और संविधान ख़तरे में हैं और मोदी के सत्ता में आने पर कोई चुनाव नहीं होगा, क्योंकि यह ग़लत और आधारहीन है।

गहलोत की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि मोदी ने 2014 का चुनाव जीता था और अब 2019 के लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2024, 2029 में भी चुनाव होंगे लेकिन कॉन्ग्रेस के पास इन चुनावों में कोई मौक़ा नहीं रहेगा।

जावड़ेकर ने कहा, “कॉन्ग्रेस मुख्यधारा की पार्टी थी और अब वह ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ का समर्थन करके एक हाशिए पर जाने वाली पार्टी बन गई है। कॉन्ग्रेस इस बात का प्रमाण ख़ुद दे रही है कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, और वो इस तरह से इनका (टुकड़े-टुकड़े गैंग) बचाव करती है।”

बता दें कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर राजस्थान के चुनाव प्रभारी हैं। उन्होंने दावा किया कि 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा को 2014 के मुक़ाबले शानदार जीत मिलेगी और चुनाव में NDA को दो-तिहाई बहुमत मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दो चरणों के चुनावों के बाद, भाजपा अपनी प्रचंड जीत को लेकर आश्वस्त है। हम 2014 के अपने टैली में सुधार करेंगे, अपने दम पर 300 का आंकड़ा पार करेंगे और NDA के पास दो तिहाई बहुमत होगा। हम देश भर में सभी राज्यों में लोगों का समर्थन प्राप्त कर रहे हैं और इससे विपक्ष पूरी तरह से घबराया हुआ है। कॉन्ग्रेस हार का सामना कर रही है और इसलिए वो इस तरह की प्रतिक्रिया दे रही है।

विपक्षी पाटीदारों की निंदा करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि वे जानते हैं कि वे हारने वाले हैं और इसलिए वे EVM के इस्तेमाल के बहाने भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस जानती है कि वो हारने वाले हैं और इसलिए वो अपनी हार का कोई न कोई बहाना ढूँढने में व्यस्त है। जावड़ेकर ने कहा कि हम अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि लोग मोदी के नेतृत्व का जवाब दे रहे हैं और वे चाहते हैं कि मोदी ही फिर से प्रधानमंत्री बनें।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया