यूपीए शासनकाल के दौरान एयर इंडिया के लिए किए गए 111 विमानों के सौदे के सिलसिले में कॉन्ग्रेस नेता तथा पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम को जाँच एजेंसी ने 23 अगस्त को पेश होने के लिए समन भेजा है।
बता दें कि, एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के विवादास्पद विलय समेत यूपीए सरकार के दौरान के कम से कम 4 सौदों में अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जाँच के लिए कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। यह मामले अक्टूबर 2018 में दर्ज हुए थे।
आरोप है कि विदेशी विमान विनिर्माण कंपनियों को फायदा पहुँचाने के इरादे से सरकारी कंपनियों के लिए 70,000 करोड़ रुपए के 111 विमान खरीदे गए थे। जाँच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि इस तरह से खरीददारी से पहले से ही संकट से गुजर रही सरकारी विमानन कंपनी को कथित वित्तीय नुकसान हुआ।
CAG ने 2011 में सरकार के 2006 में करीब 70,000 करोड़ रुपए में एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के लिए एयरबस और बोइंग से 111 विमान खरीदने के फैसले के औचित्य पर सवाल उठाया था। इसके अलावा, ईडी द्वारा एयरसेल-मैक्सिस और आईएनएक्स मीडिया के दो अलग-अलग मनी-लॉन्ड्रिंग मामलों में पी चिदंबरम की जाँच की जा रही है।