‘राम सिर्फ हिन्दुओं के भगवान नहीं, पूरी दुनिया के हैं’: प्राण-प्रतिष्ठा से पहले कश्मीर वाले फारूक अब्दुल्ला ने दी ‘मुबारकबाद’, पाकिस्तान पर भी बोले

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि श्रीराम सिर्फ हिंदुओं के भगवान नहीं (फोटो साभार: ANI/ShriRamTeerth)

अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को होने जा रहा है। इसे लेकर देश -विदेशों से बधाईयाँ आ रही हैं। इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी मुबारकबाद दी है, हालाँकि वो इस शुभकामना के साथ वो पाकिस्तान का राग अलापना नहीं भूले।

NC अध्यक्ष अब्दुल्ला ने राम मंदिर के उद्घाटन पर मुबारकबाद देते हुए कहा, “भगवान राम का मंदिर खुलने वाला है, मैं उन सबको मुबारकबाद देता हूँ जिन्होंने इसकी कोशिश की कि राम का मंदिर बने और वो तैयार हो गया है। साथ-साथ उनसे ये भी कहता हूँ, सबसे भारत के निवासियों से भी कि भगवान राम सिर्फ हिंदुओं का राम नहीं है। वो सब दुनिया के लोगों का विश्व का राम है। उनके पुस्तकों में लिखा हुआ है। वो विश्व का राम है।”

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “उन्होंने (राम) भाईचारे की, मोहब्बत की, एक-दूसरे की सहायता की बात की है जिंदगी में। और हर बार कहा है कि जो नीचे गिरा हुआ है उसको उठाने की कोशिश करो। कभी ये नहीं कहा उसका धर्म क्या है, उसकी शक्ल क्या है, उसकी जबान क्या है, वो कहाँ से आता है, बल्कि एक यूनिवर्सल मैसेज दिया, सबके लिए, सारे विश्व के लिए कि एक-साथ रहें, तरक्की करें और भाईचारे में रहें। आज जब ये मंदिर खुलने वाला है मैं सब भाई-बहनों से कहना चाहता हूँ कि उस भाईचारे को कायम करिए जो आहिस्ता-आहिस्ता हमारे वतन से गायब हो रहा है।”

जम्मू कश्मीर में हाल ही में आतंकी घटनाओं में बलिदान हुए जवानों पर दुःख जताते हुए उम्रदराज एनसी अध्यक्ष अब्दुल्ला भारत को फिर से पाकिस्तान से बातचीत की नसीहत देने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि कि पड़ोसी से दोस्ती और बातचीत होनी ही चाहिए।

साथ ही वो चेताना भी नहीं भूले कि यह याद रखा जाना चाहिए कि दोनों देश परमाणु हथियार लैस मुल्क हैं। आतंकवाद को मजहब से जोड़ने का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि मजहब कभी भी आतंकवाद की इजाजत नहीं देता।

बताते चलें कि अभी तीन दिन पहले ही फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि यदि आतंकवाद पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से बात नहीं की जाएगी तो कश्मीर की हालात गाजा जैसी हो जाएगी। यही नहीं शनिवार (30 दिसंबर, 2023) को एनसी अध्यक्ष ने कहा है कि लोग चुनी हुई सरकार चाहते हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जल्द चुनाव कराने पर भी जोर दिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया