गुजरात में जिस शंकर सिंह वाघेला के लिए तड़प रही थी AAP, उन्होंने अरमानों पर झाडू फेरा: कहा- रेवड़ी के झाँसे में न आएँ, घोषणा पत्र के नाम पर ठग रही

शंकर सिंह वाघेला और अरविंद केजरीवाल (फोटो साभार: आजतक/पत्रिका)

गुजरात (Gujarat) में आम आदमी पार्टी (Aam Adami Party) को एक शख्स राजनीतिक शख्स की तलाश है, जो उसकी इज्जत को पूरी तरह धुलने से बचा सके। मेधा पाटकर जैसी विवादास्पद महिला के बाद AAP ने गोपाल इटालिया पर भरोसा जताया, लेकिन इटालिया कोई जमीनी प्रभाव नहीं है। इसका असर भी नहीं दिख रहा है। ऐसे में पार्टी राज्य की राजनीति में कभी बेहद कद्दावर रहे पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला (Ex CM Shankar Singh Vaghela) को अपनी तरफ मिलाने का प्रयास कर रही है।

हालाँकि, वाघेला ने AAP में जाने से स्पष्ट इनकार कर दिया है। वाघेला का कहना है कि AAP का कोई नैतिक आधार नहीं है और ना ही पार्टी में नीतिगत निर्णय लिए जाते हैं। अब खबर आ रही है कि वाघेला एक बार फिर कॉन्ग्रेस में शामिल हो सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री को हाथ से निकलता देख AAP ने उनके बेटे महेंद्र सिंह वाघेला पर डोरे डालना शुरू कर दिया है।

AAP को उम्मीद है कि महेंद्र सिंह के पार्टी से जुड़ने के बाद शंकर सिंह वाघेला का प्रभाव आम आदमी पार्टी को कुछ सीटें दिलाकर साख बचाने में मदद करेगा। AAP ने महेंद्र सिंह को वयाड सीट से टिकट का प्रस्ताव रखा है। हालाँकि, कॉन्ग्रेस नेता महेंद्र सिंह का इस पर कोई बयान नहीं आया है, लेकिन उनके पिता शंकर सिंह वाघेला ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनके बेटे AAP का प्रस्ताव स्वीकार करते हैं तो वे चुनावों उनकी मदद नहीं करेंगे।

इस बार वाघेला भाजपा और AAP को हराने के लिए कॉन्ग्रेस का प्रचार करेेंगे। उनके बेटे भी कॉन्ग्रेस में ही हैं। बेटे के AAP या भाजपा में जाने के सवाल पर वाघेला ने कहा, “तब मैं कॉन्ग्रेस के लिए प्रचार भी नहीं कर सकता, क्योंकि कोई मुझ पर विश्वास नहीं करेगा। वे कहेंगे कि आपने अपने बेटे को वहाँ भेज दिया और यहाँ कॉन्ग्रेस के लिए प्रचार करके हमें बेवकूफ बना रहे हैं। अगर मुझे कॉन्ग्रेस के लिए प्रचार करना है तो मेरा परिवार जो सक्रिय राजनीति में है उसे कॉन्ग्रेस से लड़ना है।”

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र के नाम पर पार्टियाँ लोगों को ठग रही है। आम आदमी पार्टी द्वारा बिजली-पानी मुफ्त देने के वादे को लेकर कहा कि मुफ्त जैसा कुछ भी नहीं होता। उन्होंने कहा, “यह 300 यूनिट मुफ्त बिजली क्या है? किसकी बाप की दिवाली है? यह सार्वजनिक पैसा है।”

उन्होंने कहा, “बताओ किस पार्टी ने मुफ्त शिक्षा का वादा किया और फिर 200 करोड़ रुपए सरकारी खजाने में जमा करके अपना वादा निभाया? मैं गुजरात और देश के मतदाताओं से कहता हूँ कि रेवड़ी के झाँसे में न आएँ। क्या किसी पार्टी ने कोई फंड जुटाया है जिससे वह अपने वादों को पूरा करेगी? यह सब जनता के पैसे के बल पर कहना आसान है।”

बता दें कि विजन के नाम पर आम आदमी पार्टी के पास बिजली और पानी मुफ्त देने का वादा है। दिल्ली में इसी विजन से जीत के बाद AAP ने इसे पंजाब में भी अपनाया। कई अन्य कारणों से AAP को इसमें सफलता भी मिली। फिर पार्टी ने गुजरात के लोगों को इसी लॉलीपॉप का लालच दिखाना शुरू कर दिया है।

वाघेला का कहना है कि चुनाव आयोग को पार्टियों से हिसाब माँगना चाहिए कि पिछले पाँच सालों में उन्होंने अपने कितने चुनावी वादों को पूरा किया। अगर पाँच सालों में अपने किए वादे पूरे नहीं करते हैं तो उन्हें बाहर प्रक्रिया से बाहर कर देना चाहिए, ताकि वे फिर से ऐसे वादे न करें।

वाघेला ने कहा कि जो लोग भाजपा को वोट नहीं कर रहे हैं, उन्हें कॉन्ग्रेस को वोट करना चाहिए। उनका कहना है कि AAP को वोट करने से भाजपा को फायदा होगा। वाघेला का कहना है कि वे कॉन्ग्रेस में शामिल नहीं होंगे, लेकिन उसके लिए प्रचार करेंगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया