‘जो BJP नेता मरे वो ‘हत्यारे’ थे’: लखीमपुर खीरी में कॉन्ग्रेस ने प्रियंका गाँधी के स्वागत को कहा ‘अच्छा साइन’

कॉन्ग्रेस नेता कमरू चौधरी और प्रियंका गाँधी

लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए 8 लोगों में 3 भारतीय जनता पार्टी के नेता व कार्यकर्ता भी हैं। कॉन्ग्रेस इन्हें हत्यारा कहकर बुला रही है। नेशनल टीवी पर एक तरफ जहाँ साफ कहा जा रहा है कि हिंसा में जो बीजेपी नेता मरे उनसे संवेदनाएँ नहीं रखी जानी चाहिए। वहीं दूसरी ओर मृतकों के परिजनों की हितैषी बन लखीमपुर खीरी पहुँची प्रियंका गाँधी को गाड़ी में उनके अन्य साथी समझा रहे हैं कि जो भीड़ उनका अभिवादन कर रही है वो कॉन्ग्रेस के लिए अच्छा साइन है।

‘भाजपा कार्यकर्ता अपराधी थे, उनसे कोई संवेदना नहीं’

टाइम्स नाऊ पर कॉन्ग्रेस नेता कमरू जज़मान चौधरी ने होस्ट पद्मजा जोशी से कहा लखीमपुर खीरी में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता अपराधी थे और वह न तो कोई संवेदना के हकदार हैं और न ही किसी मुआवजे के। नेशनल टीवी पर भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए कही गई ये बातें कॉन्ग्रेस नेता की ओर से उस समय आई हैं जब श्याम सुंदर निषाद की लिंचिंग की वीडियो सोशल मीडिया पर हर जगह वायरल है। 

https://twitter.com/TimesNow/status/1445791307033563142?ref_src=twsrc%5Etfw

कमरू चौधरी अपनी ये बात उस समय कहते हैं जब एक ओर उनकी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पीड़ित परिवारों का दुख बाँटकर उसकी तस्वीर साझा कर रहा होता है। शो में होस्ट द्वारा सवाल किया जाता है कि जिन लोगों को मुआवजा मिला वो अच्छी बात है उनके परिवार को जरूरत थी, लेकिन उनका क्या जिन्हें नहीं दिया गया, क्या उनके परिवार को मुआवजे की जरूरत नहीं है। इस पर कमरू चौधरी होस्ट पर इल्जाम लगाते हैं कि वो आखिर हत्यारों से इतनी संवेदना क्यों रखी रही हैं।

कमरू कहते हैं, “मैडम मैं एक बात नहीं समझ पा रहा, क्या आप उन हत्यारों को जस्टिफाई कर रही हैं जिन्होंने मासूम किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल डाला। आप चाहती हैं मैं इस मुद्दे पर महात्मा गाँधी बन जाऊँ।”  

एंकर जोशी द्वारा कमरू को उनके शब्दों पर गौर करवाए जाने के बाद कॉन्ग्रेस नेता पूछते हैं कि अगर वो उन्हें हत्यारा न कहें तो क्या कहें, उनका फूलों से स्वागत करें, कमल के फूल की माला उन्हें चढ़ाएँ। होस्ट पूछती हैं कि आप मुख्य न्यायाधीश हैं जो बिन जाँच हुए उन्हें हत्यारा कह रहे हैं। कमरू फिर दोहराते हैं, ” (भले ही) उनके परिवारों को सपोर्ट की जरूरत हो, लेकिन वो अपराधी थे जिन्हें बीजेपी ने पोसा था। वह लोग मुझसे या इस देश के आम जन से बिलकुल भी संवेदना के हकदार नहीं हैं।”

उल्लेखनीय है कि एक ओर कॉन्ग्रेस नेता ने ऑन टीवी आकर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या को जस्टिफाई करने का प्रयास किया। वहीं दूसरी ओर प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी लखीमपुर खीरी में मृतकों के परिजनों से मिलने गए। कॉन्ग्रेस के अलग-अलग चेहरों से अंजान लखीमपुर खीरी से प्रियंका की वापसी में भारी भीड़ ने उन्हें अपना हमदर्द मानकर उनका अभिवादन किया। जिसकी एक वीडियो सोशल मीडिया पर आई। इस वीडियो में प्रियंका गाँधी भी गाड़ी से हाथ हिलाते नजर आईं। दर्शकों के लिए यह एक मार्मिक दृश्य हो सकता था, लेकिन तभी पीछे से आवाज आई कि ‘अच्छे साइन ये।’ 

https://twitter.com/shalabhmani/status/1445804946767503360?ref_src=twsrc%5Etfw

भाजपा के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी के अनुसार ये आवाज चन्नी की थी। उन्होंने वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “देखिए, घंटों के सियासी ड्रामे के बाद लखीमपुर खीरी के रास्ते पर मातम मनाया जा रहा है ये ! पीछे डिक्की में बैठे चन्नी जी बता भी रहे हैं कि ‘पूरा अच्छा साइन है ये।’

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया