Sunday, September 1, 2024
Homeराजनीति'जो BJP नेता मरे वो 'हत्यारे' थे': लखीमपुर खीरी में कॉन्ग्रेस ने प्रियंका गाँधी...

‘जो BJP नेता मरे वो ‘हत्यारे’ थे’: लखीमपुर खीरी में कॉन्ग्रेस ने प्रियंका गाँधी के स्वागत को कहा ‘अच्छा साइन’

लखीमपुर खीरी में प्रियंका गाँधी हितैषी बन कर पीड़ित परिवारों से मिलीं और कई तस्वीरें कॉन्ग्रेस द्वारा साझा की गई। मगर बाद में उनकी एक वीडियो सामने आई जिसमें वह भीड़ का अभिवादन कर रही थीं और पीछे बैठे 'चन्नी' इसे अच्छा साइन कह रहे थे।

लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए 8 लोगों में 3 भारतीय जनता पार्टी के नेता व कार्यकर्ता भी हैं। कॉन्ग्रेस इन्हें हत्यारा कहकर बुला रही है। नेशनल टीवी पर एक तरफ जहाँ साफ कहा जा रहा है कि हिंसा में जो बीजेपी नेता मरे उनसे संवेदनाएँ नहीं रखी जानी चाहिए। वहीं दूसरी ओर मृतकों के परिजनों की हितैषी बन लखीमपुर खीरी पहुँची प्रियंका गाँधी को गाड़ी में उनके अन्य साथी समझा रहे हैं कि जो भीड़ उनका अभिवादन कर रही है वो कॉन्ग्रेस के लिए अच्छा साइन है।

‘भाजपा कार्यकर्ता अपराधी थे, उनसे कोई संवेदना नहीं’

टाइम्स नाऊ पर कॉन्ग्रेस नेता कमरू जज़मान चौधरी ने होस्ट पद्मजा जोशी से कहा लखीमपुर खीरी में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता अपराधी थे और वह न तो कोई संवेदना के हकदार हैं और न ही किसी मुआवजे के। नेशनल टीवी पर भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए कही गई ये बातें कॉन्ग्रेस नेता की ओर से उस समय आई हैं जब श्याम सुंदर निषाद की लिंचिंग की वीडियो सोशल मीडिया पर हर जगह वायरल है। 

कमरू चौधरी अपनी ये बात उस समय कहते हैं जब एक ओर उनकी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पीड़ित परिवारों का दुख बाँटकर उसकी तस्वीर साझा कर रहा होता है। शो में होस्ट द्वारा सवाल किया जाता है कि जिन लोगों को मुआवजा मिला वो अच्छी बात है उनके परिवार को जरूरत थी, लेकिन उनका क्या जिन्हें नहीं दिया गया, क्या उनके परिवार को मुआवजे की जरूरत नहीं है। इस पर कमरू चौधरी होस्ट पर इल्जाम लगाते हैं कि वो आखिर हत्यारों से इतनी संवेदना क्यों रखी रही हैं।

कमरू कहते हैं, “मैडम मैं एक बात नहीं समझ पा रहा, क्या आप उन हत्यारों को जस्टिफाई कर रही हैं जिन्होंने मासूम किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल डाला। आप चाहती हैं मैं इस मुद्दे पर महात्मा गाँधी बन जाऊँ।”  

एंकर जोशी द्वारा कमरू को उनके शब्दों पर गौर करवाए जाने के बाद कॉन्ग्रेस नेता पूछते हैं कि अगर वो उन्हें हत्यारा न कहें तो क्या कहें, उनका फूलों से स्वागत करें, कमल के फूल की माला उन्हें चढ़ाएँ। होस्ट पूछती हैं कि आप मुख्य न्यायाधीश हैं जो बिन जाँच हुए उन्हें हत्यारा कह रहे हैं। कमरू फिर दोहराते हैं, ” (भले ही) उनके परिवारों को सपोर्ट की जरूरत हो, लेकिन वो अपराधी थे जिन्हें बीजेपी ने पोसा था। वह लोग मुझसे या इस देश के आम जन से बिलकुल भी संवेदना के हकदार नहीं हैं।”

उल्लेखनीय है कि एक ओर कॉन्ग्रेस नेता ने ऑन टीवी आकर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या को जस्टिफाई करने का प्रयास किया। वहीं दूसरी ओर प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी लखीमपुर खीरी में मृतकों के परिजनों से मिलने गए। कॉन्ग्रेस के अलग-अलग चेहरों से अंजान लखीमपुर खीरी से प्रियंका की वापसी में भारी भीड़ ने उन्हें अपना हमदर्द मानकर उनका अभिवादन किया। जिसकी एक वीडियो सोशल मीडिया पर आई। इस वीडियो में प्रियंका गाँधी भी गाड़ी से हाथ हिलाते नजर आईं। दर्शकों के लिए यह एक मार्मिक दृश्य हो सकता था, लेकिन तभी पीछे से आवाज आई कि ‘अच्छे साइन ये।’ 

भाजपा के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी के अनुसार ये आवाज चन्नी की थी। उन्होंने वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “देखिए, घंटों के सियासी ड्रामे के बाद लखीमपुर खीरी के रास्ते पर मातम मनाया जा रहा है ये ! पीछे डिक्की में बैठे चन्नी जी बता भी रहे हैं कि ‘पूरा अच्छा साइन है ये।’

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनता की समस्याएँ सुन रहे थे गिरिराज सिंह, AAP पार्षद शहज़ादुम्मा सैफी ने कर दिया हमला: दाढ़ी-टोपी का नाम ले बोले केंद्रीय मंत्री –...

शहजादुम्मा मूल रूप से बेगूसराय के लखमिनिया का रहने वाला है। वह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है जो वर्तमान में लखमिनिया से वार्ड पार्षद भी है।

चुनाव आयोग ने मानी बिश्नोई समाज की माँग, आगे बढ़ाई मतदान और काउंटिंग की तारीखें: जानिए क्यों राजस्थान में हर वर्ष जमा होते हैं...

बिश्नोई समाज के लोग हर वर्ष गुरु जम्भेश्वर को याद करते हुए आसोज अमावस्या मनाते है। राजस्थान के बीकानेर में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -